
उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में अब महाकाल शिवलिंग का अभिषेक दही, शक्कर, शहद के बजाए आरओ के पानी से होगा. अब तक महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग पर भस्म आरती के समय सिर्फ मुख श्रृंगार पर सूती कपड़े का पर्दा होता था, लेकिन अब पूरा ज्योतिर्लिंग सूती वस्त्र से ढका होगा.
भस्म से भरी पोटली घुमाने और भस्म की अभिषेक आरती करने के बाद ही दर्शन के लिए सूती वस्त्र हटाया जाएगा. शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट ने मंदिर के उस प्रस्ताव को पास कर दिया जिसमें कमेटी ने चढ़ावे की क्वांटिटी को तय करने की सिफारिश की थी.
कोर्ट ने कहा कि महाकाल शिवलिंग को अब श्रद्धालु केवल 500 मिलीलीटर आरओ का पानी और सवा लीटर दूध दी चढ़ा सकेंगे. मंदिर प्रशासन की तारीफ करते हुए कोर्ट ने आगे कहा कि प्रशासन ने अच्छा काम किया है यह तारीफ के काबिल है.
मालूम हो कि सुप्रीम कोर्ट में यह याचिका दायर की गई थी कि चढ़ावे से महाकाल शिवलिंग का आकार छोटा(क्षरण) हो रहा है. जिसके बाद कोर्ट ने एक्सपर्ट की कमेटी बनाकर ज्योतिर्लिंग की जांच करवाई.
कोर्ट ने फैसले में यह भी कहा कि अभिषेक के बाद शिवलिंग को सूती कपड़े से ढंकना भी होगा. अब इस मामले में आदेश पर आपत्ति दर्ज कराने के लिए कोर्ट ने 15 दिन का समय दिया है. इस मामले में अगली सुनवाई 30 को की जायेगी.