
मोदी सरकार की महत्वाकांक्षी योजना उज्ज्वला योजना के तहत सिलेंडर लेने वाले ग्राहकों में बड़ी संख्या ऐसे लोगों की है जो अपने सिलेंडर की रीफिलिंग नहीं करा रहे.
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना (PMUY) का लाभ पाने वाले ज्यादातर लोग पहाड़, ग्रामीण अंचल या फिर दूरदराज क्षेत्रों से आते हैं और इनके लिए एक बार बड़ा सिलेंडर लाने के बाद फिर से रीफिलिंग कराना आसान नहीं होता. साथ ही 14.2 किलोग्राम वाले बड़े सिलेंडर में गैस भराने की कीमत भी ज्यादा है.
ज्यादातर गरीब परिवार महंगे दाम में फिर से गैस भराने में असमर्थ होते हैं, इसलिए बड़ी संख्या में सिलेंडर रीफिलिंग के लिए बाहर नहीं आ पाते. अब शीर्ष पेट्रोलियम कंपनी इंडियन ऑयल ने इसका एक समाधान निकाला है.
इंडियन ऑयल की ओर से जल्द ही एक ऐसी योजना लाई जा रही है जिसके तहत लोग बड़े सिलेंडर को वापस कर 5-5 किलोग्राम के 2 छोटे सिलेंडर ले सकते हैं, जिसे लाना-ले जाना काफी आसान हो जाएगा. साथ ही अभी बड़े सिलेंडर में रीफिलिंग की कीमत 783 रुपये है, जबकि 5 किग्रा वजन वाले छोटे सिलेंडर की रीफिलिंग की कीमत 350 रुपये बैठेगी. इतनी कम राशि की व्यवस्था करना कई लोगों के लिए आसान हो सकता है.
इंडियन ऑयल के चेयरमैन संजीव सिंह का कहना है कि छोटे सिलेंडर वाली योजना लागू करने के बाद यह व्यवस्था पहले कुछ चयनित स्थानों पर शुरू की जाएगी.
उन्होंने कहा, "एक छोटे सिलेंडर की जमानत राशि 800 रुपये होती है जबकि बड़े सिलेंडर के लिए यही राशि 1,250 रुपये हो जाती है. बड़े सिलेंडर की सिक्योरिटी 1,250 रुपये है जो अनुदान के तौर पर केंद्र देता है. इस तरह से 2 छोटे सिलेंडरों की सिक्योरिटी 1,600 रुपये बैठती है. दोनों तरह के सिलेंडर में सिक्योरिटी को लेकर 350 रुपये का अंतर है. केंद्र से अभी इस अंतर को लेकर बात चल रही है. इस बीच कोई ग्राहक 350 रुपये जमा कराता है तो उसे 2 छोटे सिलेंडर दिए जा सकते हैं."