
उत्तर प्रदेश के फतेहपुर में एक बड़ा रेल हादसा लोकोपायलट की सूझबूझ से टाल दिया गया. पुलिस के मुताबिक, अज्ञात शख्स ने पटरी पर सीमेंट का खंभा रखकर ट्रेन को पलटने की साजिश रची थी. लेकिन लोकोपायलट ने समय रहते खतरा भांप लिया और इमरजेंसी ब्रेक लगाकर सैकड़ों जानें बचा ली.
अवैध आवागमन रोकने के लिए चल रहे फेंसिंग के लिए लगने वाले सीमेंट के खंभे को ट्रैक पर रखने के इस मामले में रेलवे की धारा 51 के तहत अज्ञात लोगों के विरूद्ध केस दर्ज कर लिया गया है.
जानकारी के मुताबिक, इमरजेंसी ब्रेक लगाने के बावजूद ट्रेन खंभे से जा टकराई और ट्रेन में सवार यात्रियों में हड़कंप मच गया. हालांकि कोई हादसा नहीं हुआ. सीमेंट का खंभा फतेहपुर और कुरुस्ती कला स्टेशन के बीच रखा गया था.
हावड़ा से दिल्ली से आ रही पूर्वा एक्सप्रेस रविवार की रात करीब एक घंटे 38 मिनट की देरी से करीब 11 बजकर 38 मिनट पर इलाहाबाद स्टेशन पहुंची और वहां से 11 बजकर 45 मिनट पर आगे बढ़ी.
ट्रेन का अगला स्टॉपेज कानपुर सेंट्रल था, लेकिन कानपुर सेंट्रल पहुंचने से पहले ही फतेहपुर और कुरुस्ती कला स्टेशन के बीच यह वाकया हुआ. लोकोपायलट को पटरी पर सीमेंट का खंभा रखा नजर आया और उसने सूझबूझ से काम लेते हुए तुरंत इमर्जेंसी ब्रेक लगा दिए.
इसके चलते ट्रेन को दिल्ली पहुंचने में करीब 6 घंटे की देरी हुई. ट्रेन रविवार को दोपहर 12 बजे के करीब नई दिल्ली स्टेशन पहुंच गई.
नेशनल सेंट्रल रेलवे (NCR) के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी (CPRO) के मुताबिक, प्रारंभिक जांच के बाद पता चला है कि इंजन से टकराने वाला पत्थर रेलवे ट्रैक के किनारे लगी कंक्रीट फेंसिंग पिलर का लगभग तीन फुट का टुकड़ा था, जो ट्रैक को बाधित कर रहा था.
नेशनल सेंट्रल रेलवे के सीपीआरओ ने इसके पीछे शरारती तत्वों की साजिश होने की आशंका जाहिर की और बताया कि फतेहपुर RPF पोस्ट में इस केस में रेलवे एक्ट धारा 153 के तहत केस दर्ज करवा दिया गया है. साथ ही उन्होंने बताया कि सीमेंट के खंभे को जांच के लिए इलाहाबाद भेज दिया गया है.