
काले धन के मुद्दे पर देश में सियासत लंबे वक्त से हो रही है. स्विस बैंकों में जमा काला धन के मामले ने 2014 के आम चुनाव से पहले तूल पकड़ा था. भारतीय जनता पार्टी ने इसे लेकर तत्कालीन कांग्रेस सरकार के खिलाफ आक्रामक तेवर अपनाए थे. सोमवार को केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने लोकसभा सदन में कहा कि विदेशों में अघोषित संपत्ति का कोई आधिकारिक अनुमान नहीं है. उन्होंने ये बयान बसपा सांसद दानिश अली और पीपी चौधरी के सवालों पर दिया.
मूडीज ने रेटिंग को डाउनग्रेड नहीं किया
उन्होंने कहा कि सरकार का 2016 में नोटबंदी के कदम का मकसद कालेधन को बाहर निकालना, नकली नोटों को खत्म करना, आतंकवाद व वामपंथी चरमपंथ के वित्तपोषण से निपटना, अनौपचारिक अर्थव्यवस्था को औपचारिक अर्थव्यवस्था में बदलकर कर आधार बढ़ाना, रोजगार सृजन और देश को कम नकदी की अर्थव्यवस्था बनाना था. ये बातें उन्होंने लोकसभा सांसद दीपक बैज और के. सुब्बारायण के सवालों पर कहीं. ठाकुर ने कहा कि मूडीज ने 2016 के बाद भारतीय अर्थव्यवस्था की रेटिंग को डाउनग्रेड नहीं किया है.
न्यूनतम स्तर पर जीडीपी
गौरतलब है कि इस महीने आर्थिक मोर्चे पर भारत को बड़ा झटका लगा है. चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की दर 4.5 प्रतिशत पर रही. यह छह साल का न्यूनतम स्तर है. इससे पहले रेटिंग एजेंसी मूडीज ने भारत के बारे अपने आउटलुक यानी नजरिए को 'स्टेबल' (स्थिर) से घटाकर 'नेगेटिव' कर दिया था. मूडीज के मुताबिक पहले के मुकाबले भारतीय अर्थव्यवस्था में जोखिम बढ़ गया है, इसलिए उसने रेटिंग घटाई है.
जम्हाई लेते दिखे थे अनुराग ठाकुर
बता दें कि 27 नवंबर को केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण बुधवार को राज्यसभा में बोल रही थीं, तभी केंद्रीय कौशल विकास मंत्री महेंद्र नाथ पांडेय और उनकी बाईं ओर बैठे केंद्रीय इस्पात राज्यमंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते सदन में बैठकर झपकी लेते दिखे, जबकि केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री और बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर जम्हाई ले रहे थे.