
केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत के हिंदुत्व वाले बयान पर टिप्पणी की है. अठावले ने कहा कि सभी को हिंदू कहना ठीक नहीं है. एक वक्त ऐसा भी था जब हमारे देश में सभी बौद्ध थे.
रामदास अठावले ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के हिंदुत्व वाले बयान पर टिप्पणी करते हुए कहा कि सभी को हिंदू कहना ठीक नहीं है. एक वक्त ऐसा भी था जब हमारे देश में सभी बौद्ध थे. जब यहां हिंदुत्व आया, हम हिंदू राष्ट्र बन गए.
उन्होंने आगे कहा कि अगर वे यह कहना चाहते हैं कि हर कोई हमारा है, तो यह ठीक है.
बुधवार को संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा था कि आरएसएस की नजर में 130 करोड़ की आबादी हिंदू है. भारत में लोगों की संस्कृति और धर्म चाहे जो भी, वह हिंदू है. मोहन भागवत ने कहा कि जो लोग राष्ट्रवादी हैं, जो भारतीय संस्कृति का सम्मान करते हैं, वे सब हिंदू हैं. सभी समाज हमारा है और संघ सबको एक करना चाहता है. मोहन भागवत ने ये बातें हैदराबाद के विजय संकल्प सभा के दौरान कहीं.
संघ प्रमुख ने कहा कि भारत देश, परंपरा से हिंदुत्ववादी है. उन्होंने अपने भाषण में ब्रिटिश राज और उनके फूट डालो और राज करो की नीति की भी याद दिलाई. इसके साथ ही संघ प्रमुख ने रविंद्र नाथ टैगोर की बात भी दोहराई जिन्होंने हिंदू और मुसलमानों के बीच एकता पर जोर दिया था.
मोहन भागवत बुधवार को हैदराबाद के सरूर नगर स्टेडियम में आयोजित 'विजय संकल्प सभा' के मुख्य अतिथि थे. इसमें भाग लेने के लिए करीब 20 हजार संघ कार्यकर्ता अपने गणवेष में पहुंचे थे. संघ कार्यकर्ताओं ने लाठी के साथ मार्च भी किया था.