
भारत-पाकिस्तान के बीच जारी तनाव का असर अब दोनों देशों के बीच जारी डाक सेवा पर पड़ रहा है. पाकिस्तान पहले ही भारत आने वाली डाक सेवा को बंद कर रखा है और उसके इस फैसले की भारत ने कड़ी निंदा की है और केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद का इस पर कहना है कि पाकिस्तान दो देशों के बीच डाक सेवा को रोकने की कोशिश कर रहा है, उसका यह कदम अंतरराष्ट्रीय नियमों का उल्लंघन है.
केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि पाकिस्तान ने डाक सेवा बंद करने का फैसला भारत को किसी तरह का कोई नोटिस दिए बगैर ही दिया. पाकिस्तान ने पिछले 2 महीनों से भारत से डाक सेवा को बंद कर रखा है.
केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा कि पाकिस्तान का यह कदम अंतरराष्ट्रीय डाक संघ के नियमों का खुला उल्लंघन है, लेकिन पाकिस्तान तो पाकिस्तान है.
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने बिना किसी सूचना या नोटिस के भारत आने वाली डाक सेवा के पत्रों को रोक दिया.
अनुच्छेद 370 पर फैसले के बाद से तनाव बढ़ा
अगस्त में मोदी सरकार की ओर से जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद-370 के निरस्त होने के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ा हुआ है. भारत के इस फैसले के बाद से पड़ोसी देश ने पाकिस्तान से भारत में भेजे जाने वाले डाक सेवा भेजना बंद कर दिया.
तब मीडिया रिपोर्टों में भारतीय डाक विभाग के उप-महानिदेशक अजय कुमार रॉय के हवाले से कहा गया कि पाकिस्तान के सीमा शुल्क विभाग ने 23 अगस्त को अपने एक आदेश में मेलों की आवाजाही पर रोक लगा दी. पाकिस्तान का यह एकपक्षीय आदेश 27 अगस्त को लागू हुआ.
एक रिपोर्ट में कहा गया कि पाकिस्तान से आने वाले पत्रों और प्रकाशनों को पहले सऊदी अरब एयरलाइंस के माध्यम से भारत में भेजा जाता था. (इनपुट-आईएएनएस)