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हरम में स्‍कूली लड़कियों संग शारीरिक संबंध बनाता था गद्दाफी

वो हर बार किसी स्कूल या कॉलेज में जाता. किसी एक लड़की के सिर पर हाथ रखता और वो लड़की अगले ही पल उसके हरम में पहुंचा दी जाती. वहां उसकी हैसियत सेक्स की भूख मिटानेवाली एक गुड़िया से ज्यादा कुछ नहीं होती. कर्नल मुअम्मर गद्दाफी की मौत के बाद उसके हरम से बाहर निकलने वाली कहानियों को सुनकर हर किसी का दिल दहल गया.

 कर्नल मुअम्मर गद्दाफी के साथ कटरीना कैफ और नेहा धूपिया कर्नल मुअम्मर गद्दाफी के साथ कटरीना कैफ और नेहा धूपिया
मुकेश कुमार
  • नई दिल्ली,
  • 02 जून 2016,
  • अपडेटेड 3:52 PM IST

सेक्स, सीडी और सियासत का जब-जब कॉकटेल हुआ है, तब-तब हंगामा बरपा है. इस हंगामें के बीच किसी न किसी महिला को अपनी जान गंवानी पड़ी है. दोस्ती, महत्वाकांक्षा, मोहब्बत और जुनून के दरमियान जब शक पैदा होता, तो साजिश होती है. यही साजिश एक कत्लेआम को जन्म देती है. aajtak.in सेक्स स्कैंडल की ऐसी ही घटनाओं पर एक सीरीज पेश कर रहा है. इस कड़ी में आज पेश है लीबिया के तानाशाह कर्नल गद्दाफी के अय्याशी की कहानियां.

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वो हर बार किसी स्कूल या कॉलेज में जाता. किसी एक लड़की के सिर पर हाथ रखता और वो लड़की अगले ही पल उसके हरम में पहुंचा दी जाती. वहां उसकी हैसियत सेक्स की भूख मिटानेवाली एक गुड़िया से ज्यादा कुछ नहीं होती. कर्नल मुअम्मर गद्दाफी की मौत के बाद उसके हरम से बाहर निकलने वाली कहानियों को सुनकर हर किसी का दिल दहल गया.

40 साल तक लीबिया को रौंदने वाले लीबिया के तानाशाह कर्नल गद्दाफी को स्कूलों में जाने का बड़ा शौक था. उसकी मौत के बाद जब लड़कियों ने अपना मुंह खोलना शुरू किया तो पूरा लीबिया सन्न रह गया. गद्दाफी के स्कूल जाने के शौक का राज खुल गया. लोगों को पता चला कि स्कूलों में कर्नल गद्दाफी के किसी लड़की के सिर पर हाथ रखने का मतलब क्या होता था.

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सिर पर हाथ रख कर गद्दाफी इशारा देता था. जो लड़की उसे अच्छी लगती उसके सिर पर वो हाथ रख देता था. गद्दाफी के गार्ड को इशारे का मतलब पता था. इशारा मिलते ही उसी रोज लड़की को उठा लिया जाता और फिर वह उसके हरम में पहुंच जाती थी. वहां लड़कियों को सजाया संवारा जाता था. उन्हें हमेशा हमेशा के लिए गद्दाफी का गुलाम बना दिया जाता था.

गद्दाफी के गुर्गे लीबिया के स्कूलों, कॉलेजों में टैलेंट हंट के बहाने कमसिन लड़कियों को गद्दाफी की अय्याशियों के लिए चुनते थे. उनको चुनने के बाद हरम में भेजने से पहले वो उस लड़की के खून की जांच करते थे, ताकि ये पता चल सके कि वो किसी बीमारी का शिकार तो नहीं है. इसके बाद लड़की को सजा संवारकर गद्दाफी के बेडरूम में भेज दिया जाता था.

इतना ही नहीं गद्दाफी के हरम में नई लड़कियों को उसका सेक्स स्लेव बनाने का काम भी एक औरत ही करती थी. गद्दाफी ने ये काम अपनी एक राजदार मुबारका नाम की औरत को सौंपा हुआ था. मुबारका इन मासूम बच्चियों को अश्लील फिल्में दिखाने का काम करती थी. जो लड़कियां ऐसा करने से इनकार करतीं, उन्हें खौफनाक सजा दी जाती थी.

सनकी तानाशाह गद्दाफी की अय्याशी की कहानियां 'इन गद्दाफीज हरम' नामक एक किताब में दर्ज हैं. इस किताब को एनिक कोजियां ने लिखा है. एनिक के मुताबिक, जो भी गद्दाफी के हरम से निकली लड़कियों का सच सुनेगा वो शर्मसार हो जाएगा. उनकी किताब में 18 साल की हुदा की कहानी भी लिखी है. उसे लालच देकर सेक्स स्लेव बनाया गया था.

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गद्दाफी ने हुदा को अपने हरम की रौनक बनाने के लिए उसके सामने एक शर्मनाक शर्त रखी थी. शर्त ये थी कि यदि हुदा गद्दाफी के हरम में आती है तो उसके भाई को कैद से रिहा कर दिया जाएगा. सेक्स का पागलपन इस तानाशह पर इस कदर सवार था कि उसकी आसपास रहने वाली सिक्योरिटी गार्ड भी खूबसूरत महिलाएं ही थीं. वो भी हरम की शान बढ़ाया करती थीं.

अपनी अय्याशियों के लिए गद्दाफी ने त्रिपोली यूनिवर्सिटी में एक गुप्त ठिकाना भी बना रखा था. 40 साल में गद्दाफी की अय्याशी और जुल्म ने लीबिया की आवाम को उसके खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करने पर मजबूर कर दिया था. वैसे गद्दाफी की तानाशाही में सबसे अहम किरदार महिलाओं का रहा. गद्दाफी के वफादारों की फेहरिस्त में महिलाओं के अलावा कोई नहीं था.

 

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