
दिल्ली के ओपनिंग बल्लेबाज उन्मुक्त चंद ने सोमवार को टूटे जबड़े के साथ खेलते हुए अपनी टीम की जीत में अहम रोल निभाया. चंद ने विजय हजारे वनडे टूर्नामेंट के पूल बी मैच में उत्तर प्रदेश को 55 रन से हरा दिया.
उन्मुक्त चंद ने जबड़ा टूट जाने के बावजूद शतकीय पारी खेली. दिल्ली की टीम से कुलवंत खेजरोलिया और कप्तान प्रदीप सांगवान ने भी धारदार गेंदबाजी की, जिससे दिल्ली को इस मैच को जीतने में परेशानी नहीं हुई.
पूल बी के दूसरे मैचों में महाराष्ट्र ने बंगाल को सात विकेट से हराया और हिमाचल प्रदेश ने त्रिपुरा को छह विकेट से माद दी है. हालांकि, इस पूल के सबसे बेहतरीन मैच दिल्ली और यूपी के बीच ही हुआ.
दिल्ली ने पहले बल्लेबाजी करते हुए उन्मुक्त (116) के शतक की बदौलत छह विकेट पर 307 रनों का बड़ा स्कोर खड़ा किया. उन्मुक्त ने 125 गेंदों की अपनी पारी में 12 चौके और तीन छक्के लगाए. उन्होंने साथी सलामी बल्लेबाज हितेन दलाल (55) के साथ पहले विकेट के लिए 107 रन जोड़कर टीम को शानदार शुरुआत दिलाई. यूपी की ओर से कार्तिक त्यागी ने 50 और अंकित राजपूत ने 61 रन देकर दो-दो विकेट चटकाए.
मैच से पहले हो गए थे चोटिल
आपको बता दें कि भारत के पूर्व अंडर 19 विश्व कप विजेता कप्तान रहे उन्मुक्त मैच की शुरुआत से पहले ही नेट प्रैक्टिस के दौरान चोटिल हो गए थे. चंद की तरह भारत के पूर्व कप्तान अनिल कुंबले ने भी 2002 में एंटीगा टेस्ट में टूटे हुए जबड़े के साथ गेंदबाजी की थी. उनके अलावा द. अफ्रीका के पूर्व कप्तान ग्रीम स्मिथ ने भी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टूटे हाथ से बल्लेबाजी की थी.
टीम इंडिया में आने पर लगी है नजर
उन्मुक्त चंद का पिछला सीजन अच्छा नहीं रहा था और वह घरेलू टूर्नामेंट में रन नहीं बटोर पाए थे. अब तक वह आईपीएल में भी खास कमाल नहीं दिखा सके हैं. उम्मीद है कि इस पारी की फॉर्म को वह अगले कुछ महीनों में होने वाले आईपीएल में भी जारी रखेंगे और टीम इंडिया के लिए अपनी दावेदारी पेश करेंगे. दिल्ली से ही खेलने वाले और भारत की अंडर 19 टीम के उनके जूनियर रहे ऋषभ पंत न केवल आईपीएल में अच्छा खेल दिखा रहे हैं, बल्कि टीम इंडिया में आकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा दिखा चुके हैं.
इसके जवाब में यूपी की टीम उमंग शर्मा (102) के शतक और कप्तान अक्षदीप नाथ (54) के बीच चौथे विकेट की 101 रनों की साझेदारी के बावजूद 45.3 ओवर में 252 रनों पर ढेर हो गई. दिल्ली की ओर से कुलवंत ने 34 रन देकर चार जबकि सांगवान ने 28 रन देकर तीन विकेट चटकाए.
राहुल के शतक से जीता महाराष्ट्र
दूसरी तरफ महाराष्ट्र ने राहुल त्रिपाठी की 102 गेंद में 125 रन की तूफानी पारी की बदौलत पिछले साल के उप विजेता बंगाल को सात विकेट से हराया. बंगाल ने पहले बल्लेबाजी करते हुए सलामी बल्लेबाज अभिमन्यु ईश्वरन के 103 और कप्तान मनोज तिवारी के नाबाद 80 रन की बदौलत नौ विकेट पर 293 रन बनाए. ईश्वरन ने 114 गेंद की अपनी पारी में 12 चौके जड़े जबकि तिवारी ने 76 गेंदों का सामना करते हुए चार चौके और दो छक्के मारे.
महाराष्ट्र ने त्रिपाठी और नौशाद शेख (नाबाद 39) के बीच चौथे विकेट की 107 रन की अटूट साझेदारी की बदौलत 45.5 ओवर में तीन विकेट पर 294 रन बनाकर आसान जीत दर्ज की. त्रिपाठी ने अपनी पारी में 12 चौके और चार छक्के लगाए. इससे पहले ऋतुराज गायकवाड़ (77) और विजय जोल (24) ने पहले विकेट के लिए 65 रन जोड़कर टीम को अच्छी शुरुआत दिलाई.
हिमाचल ने त्रिपुरा को हराया
धर्मशाला में मेजबान हिमाचल ने त्रिपुरा को छह विकेट से हराया. त्रिपुरा की टीम पहले बल्लेबाजी करते हुए यशपाल सिंह (नाबाद 113) के शतक के बावजूद नौ विकेट पर 229 रन ही बना सकी. हिमाचल ने इसके जवाब में अमित कुमार (नाबाद 101) के शतक और निखिल गंगटा (40) और सुमित वर्मा (55) की उम्दा पारियों की बदौलत 45.2 ओवर में चार विकेट पर 230 रन बनाकर जीत दर्ज की. विजेता टीमों को जीत के चार-चार अंक मिले.