
उन्नाव में ट्रांस गंगा सिटी परियोजना के लिए जमीन अधिग्रहण के खिलाफ किसानों का प्रदर्शन अब और हिंसक हो गया है. मुआवजे की मांग को लेकर भड़के किसानों ने रविवार को पावर सब-स्टेशन के पास रखे पाइपों में आग लगा दी. इस दौरान पुलिस के साथ उनकी झड़प भी हुई.
किसानों ने आरोप लगाया कि यूपी स्टेट इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कॉर्प की ट्रांस गंगा सिटी परियोजना के लिए अधिग्रहित की गई जमीन के लिए उन्हें उचित मुआवजा नहीं दिया गया. प्रदर्शकारी किसानों की मांग है कि उन्हें उनकी जमीन का उचित मुआवजा दिया जाए.
पुलिस और किसानों के बीच झड़प को लेकर उन्नाव एसपी ने कहा, 'ग्रामीणों और कुछ उपद्रवियों ने यूपी स्टेट इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन के अधिकारियों और उनके वाहनों पर हमला किया था. UPSIDC ने 8 नामजद और 200 अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है. आरोपियों पर जल्द कार्रवाई की जाएगी'
उन्नाव के एसपी का कहना है, 'कुछ उपद्रवियों ने बाद में पुलिस पार्टी पर गोलियां चलाईं और पथराव किया. 5 पुलिस वाले घायल हो गए. पुलिस ने 30 नामजद और 200 अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. जांच चल रही है. 5 लोग पहले ही गिरफ्तार किए जा चुके हैं.'
वहीं, आज एक वाहन में आग लगा दी गई. जिला मजिस्ट्रेट (डीएम) ने कहा, 'कुछ बदमाश ऐसा कर रहे हैं. हम गांवों में जाएंगे और लोगों से शांति बनाए रखने की अपील करेंगे. यह उपद्रवियों का काम है. हम शांति बनाए रखेंगे और ट्रांस गंगा सिटी परियोजना का काम भी चलेगा.'
वहीं, शनिवार को उग्र किसानों पर काबू पाने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया था. इस दौरान प्रदर्शकारी किसानों ने पुलिस पर पथराव भी किया. प्रदर्शकारी किसानों की मांग है कि मौजूदा वक्त के हिसाब से उनकी जमीन का उचित मुआवजा दिया जाए. हालांकि, जिलाधिकारी देवेंद्र पांडेय का कहना है कि किसानों को मुआवजा दिया जा चुका है, प्रशासन के पास किसानों का कोई बकाया नहीं है.
जिलाधिकारी का कहना है कि ट्रांस-गंगा सिटी एक निर्माणाधीन प्रोजेक्ट है, किसानों को मुआवजा दिया गया है, किसानों के गुट हैं जो अपने स्वार्थ के लिए दूसरों को गुमराह कर रहे हैं, इसके बावजूद कि उनकी शिकायतों का समाधान पहले ही हो चुका है.
दरअसल, ये पूरा मामला यूपीएसआईडीसी की ट्रांस गंगा सिटी का है जहां तीन साल से किसान अधिग्रहण की शर्तें पूरी नहीं किए जाने की वजह से लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.