
उत्तर प्रदेश के मऊ जिले में बुधवार को करीब पांच घंटे चली मुठभेड़ के बाद पुलिस ने दोनों बदमाशों को मार गिराया जबकि इंस्पेक्टर शहीद हो गया.
बदमाशों ने जिस घर के परिजनों को बंधक बना लिया था उसके एक सदस्य की हत्या कर दी. उत्तर प्रदेश के अपर पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) जगमोहन यादव ने बताया, 'मारे गए बदमाशों की पहचान नीरज और विकास के रूप में हुई है. दोनों गोरखपुर के निवासी हैं और पूर्वांचल के एक अपराधी गिरोह सक्रिय सदस्य थे.'
यादव ने बताया कि चिरैयाकोट थाना क्षेत्र के मनाजीत गांव में दोनों बदमाशों के होने की सूचना के बाद मऊ पुलिस के विशेष कार्रवाई बल(एसओजी) के जवानों ने उनका पीछा किया. पुलिस से बचने के लिए बदमाश गोलियां चलाते हुए गांव के रामजीत गुप्ता के घर में जाकर घुस गए.
यादव ने कहा कि बदमाशों ने घर में घुसने के कुछ देर बाद रामजीत की हत्या कर दी जबकि उसकी पत्नी और दो बच्चों को बंधक बनाकर घर के अंदर से पुलिस पर लगातार गोलियां चलाते रहे. इस बीच अपने थाने की पुलिस फोर्स लेकर मौके पर पहुंचे शहर कोतवाल गोविंद सिंह बदमाशों की गोली लगने से शहीद हो गए जबकि एक सिपाही घायल हो गया, जिसकी हालत फिलहाल खतरे से बाहर बताई जा रही है.
उन्होंने बताया कि कुछ ही देर में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आजमगढ़ और पुलिस अधीक्षक मऊ विभिन्न थानों की पुलिस के साथ मौके पर पहुंच गए. पांच घंटे तक चली मुठभेड़ के बाद करीब साढ़े सात बजे दोनों बदमाशों को पुलिस ने मार गिराया गया.
यादव ने कहा, 'बदमाशों से चंगुल से बंधक बनाए गए लोगों को सकुशल छुड़ाने की प्राथमिकता के कारण कार्रवाई में थोड़ी सावधानी बरतनी पड़ी और अभियान पूरा होने में थोड़ा ज्यादा समय लग गया.'
यादव ने कहा कि मारे गए बदमाशों और उन के गिरोह के बारे में विस्तृत जानकारी जुटाई जा रही है.