
मायावती के खिलाफ अपशब्द कहकर मुसीबत में आने वाले नेता दयाशंकर सिंह को गिरफ्तार करने में उत्तर प्रदेश की पुलिस अब तक नाकाम रही है. पुलिस ने उनके खिलाफ कोर्ट से गैरजमानती वारंट हासिल कर चुकी है और अब कुर्की की कार्रवाई भी करने जा रही है. लेकिन मंगलवार की शाम तक उनका कोई अता पता नहीं था.
लखनऊ रेन्ज के डीआईजी आकेएस राठौर ने दावा किया है कि दयाशंकर को पकड़ने के लिए यूपी पुलिस राज्य के भीतर और बाहर कई जगहों पर उनका सुराग तलाशने में जुटी है और एसटीएफ भी इसमें लगी है. उनके खिलाफ दर्ज पुराने मामलों को भी खंगाला जा रहा है.
कोर्ट में ही कर सकते हैं सरेंडर
दयाशंकर खुद भले ही गायब हों, लेकिन उनके वकील उन्हें जेल जाने से बचाने में जुट गए हैं. वकील की तरफ से मंगलवार को हाईकोर्ट की लखनऊ बैंच में गिरफ्तारी
रोकने की याचिका दाखिल की गई जिस पर 28 तारीख को सुनवाई हो सकती है. याचिका में कहा गया है कि दयाशंकर कोई शातिर अपराधी नहीं हैं और न ही उनसे
सबूतों में हेर फेर होने का कोई खतरा है. इसलिए उन्हें गिरफ्तार करने की कोई जरूरत नहीं है. ये भी कहा जा रहा है कि वो मौका देखकर सीधा कोर्ट में आत्मसमर्पण
भी कर सकते हैं.
परिवार के संपर्क में नहीं दयाशंकर
सूत्रों के मुताबिक, पुलिस दावा चाहे जो कर रही हो, दयाशंकर को पकड़ने में न तो अभी पुलिस ने पूरी ताकत लगाई है और न ही एसटीएफ अभी इस काम में जुटी है.
असमंजस इस बात को लेकर भी है कि दयाशंकर की गिरफ्तारी के बाद बीजेपी नसीमुद्दीन सिद्दीकी और बीएसपी के दूसरे लोगों की गिरफ्तारी को लेकर दबाव बनाएगी.
उधर,दयाशंकर सिंह का जोरदार तरीके से बचाव करके और मायावती को घेर कर सुर्खियां बटोरने वाली उनकी पत्नी स्वाति सिंह बीमार होकर अस्पताल में भर्ती हो गयीं हैं. परिवार का कहना है कि दयाशंकर कहां हैं उन्हें कुछ पता नहीं और जब से वो फरार हुए हैं उन्होंने परिवार से कोई संपर्क नहीं किया है.