Advertisement

कैबिनेट बैठक से पहले बोले यूपी के कृषि मंत्री- किसानों का कर्ज माफ होगा लेकिन...

कैबिनेट बैठक होने से पहले उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री ने बड़ा बयान दिया है. कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही ने कहा कि प्रदेश में जो किसान बैंकिंग सिस्टम से जुड़े हैं सिर्फ उनका ही कर्ज माफ किया जाएगा.

कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही
मौसमी सिंह
  • लखनऊ,
  • 04 अप्रैल 2017,
  • अपडेटेड 2:38 PM IST

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंगलवार को अपनी पहली कैबिनेट बैठक करेंगे. कैबिनेट बैठक में किसानों की कर्ज माफी सबसे बड़ा मुद्दा है. लेकिन कैबिनेट बैठक होने से पहले उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री ने बड़ा बयान दिया है. कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही ने कहा कि प्रदेश में जो किसान बैंकिंग सिस्टम से जुड़े हैं सिर्फ उनका ही कर्ज माफ किया जाएगा.

Advertisement

क्या बोले कृषि मंत्री
सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि पहली कैबिनेट बैठक में किसानों का कर्ज माफी का मुद्दा काफी अहम है. इसमें लगभग 30 हजार करोड़ से लेकर 45 हजार करोड़ रुपये तक का कर्ज माफ किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि इस फैसले से प्रदेश के किसानों के अच्छे दिन आएंगे, लेकिन इसका लाभ बैंकिंग सिस्टम से जुड़े किसानों को ही मिलेगा. गेंहू खरीदारी पर सूर्यप्रताप शाही ने कहा कि सरकार व्यापक पैमाने पर गेंहू की खरीदारी करेगी, गेंहू खरीद को 40 लाख से बढ़ाकर 80 लाख मैट्रिक टन कर दिया गया है. यह सभी गेंहू खरीद सरकारी एजेंसी खरीदेगी.

सिर्फ डेढ़ करोड़ किसानों का कर्ज माफ
बीजेपी ने चुनाव के लिए जारी अपने संकल्प पत्र में जो सबसे प्रमुख वादा किया था, वह किसानों की कर्जमाफी का ही था. अब सरकार इसका ऐलान करने जा रही है लेकिन इससे सरकार के खजाने पर भारी बोझ आएगा. केंद्र सरकार ने यह भी स्पष्ट किया था कि यह व्यवस्था राज्य को अपने स्तर पर ही करनी होगी. यूपी में 2 करोड़ 33 लाख सीमांत और लघु किसान हैं और लगभग दो करोड़ छोटे किसान हैं. सूबे के करीब डेढ़ करोड़ किसानों के कर्ज माफी का ऐलान हो सकता है.

Advertisement

कुल 62 हजार करोड़ का है कर्ज
उत्तर प्रदेश में करीब डेढ़ करोड़ किसानों पर लगभग 62,000 करोड़ रुपये का कर्ज है. सरकार इनकी लिस्ट तैयार कर रही है. जिसके बाद इस लिस्ट को केंद्र सरकार के पास भेजा जाएगा, जिससे केंद्र से कर्ज लिया जाएगा. हालांकि सूर्यप्रताप शाही ने बातचीत में सिर्फ 30 हजार करोड़ से लेकर 45 हजार करोड़ की बात कही है.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement