
यूपी एटीएस और महाराष्ट्र पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में मुंबई एयरपोर्ट से संदिग्ध आतंकी अबु जैद को गिरफ्तार किया गया है. बताया जा रहा है कि अबु जैद कल ही सऊदी अरब से भारत आया था. वह यूपी के आजमगढ़ का रहने वाला है. आईबी ने इस संदिग्ध आतंकी के खिलाफ लुक आउट नोटिस जारी किया हुआ था.
जानकारी के मुताबिक, संदिग्ध आतंकी अबु जैद सऊदी अरब से भारत में रह रहे कुछ लोगों को गाइड कर रहा था. वह एक मोबाइल एप के जरिए उन लोगों से बातचीत करता था. बताया जा रहा है कि ये लोग किसी बड़ी आतंकी वारदात को अंजाम देने की तैयारी में थे. इससे पहले मुंबई एयरपोर्ट पर यूपी पुलिस के DSP अनूप सिंह ने गिरफ्तार कर लिया.
इससे पहले इसी साल जुलाई में ही यूपी एटीएस ने मुंबई एयरपोर्ट से लश्कर-ए-तैयबा के संदिग्ध आतंकी सलीम खान को गिरफ्तार किया था. यूपी पुलिस को साल 2008 से इस संदिग्ध आतंकी की तलाश थी. आरोपी यूपी के फतेहपुर का रहने वाला है. वह आईएसआई के एजेंटों को फाइनेंस किया करता था. इससे पुलिस को कई अहम सुराग मिले.
खुफिया सूचना के आधार पर यूपी एटीएस ने मुंबई एयरपोर्ट से लश्कर-ए-तैयबा के संदिग्ध आतंकी सलीम खान को गिरफ्तार किया था. सलीम फैजाबाद से पकड़े गए आईएसआई एजेंट का फाइनेंसर था. सेना की जासूसी के लिए आफताब को सलीम ने ही फाइनेंस किया था. सलीम पाकिस्तान के मुजफ्फराबाद कैंप में ट्रेनिंग ले चुका है.
पुलिस पूछताछ में पता चला था कि सलीम खान आईएसआई एजेंट आफताब को विदेश से निर्देश देता था और उसके काम के लिए पैसे भेजता था. पहले गिरफ्तार हो चुके आतंकी कौसर और शरीफ ने बताया था कि सलीम उनके साथ 2007 में मुजफ्फराबाद आतंकी कैंप में ट्रेनिंग कर रहा था. वह यूपी के फतेहपुर के बंदीपुर थाने के हाथगांव का रहने वाला है.
उस वक्त सलीम खान ने बताया था कि वह जिस कॉपी शॉप पर काम करता था, उसके सामने ही सब्जी वाले कि दुकान थी. उसके यहां कौसर आता-जाता रहता था. वही उससे पहली मुलाकात हुई और नमाज अदा करने के बाद उसके घर जाने लगा. कौसर के घर शरीफ से मुलाकात हुई. उसने ही उसे कुछ वीडियो दिखाए. वीडियो में भारत विरोधी चीजें मौजूद थीं.
इसके बाद उसके मन में लश्कर की ट्रेनिंग लेने की इच्छा हुई. कौसर और शरीफ ने उसके पाकिस्तान जाने का इंतजाम कराया. ISI के एक एजेंट के जरिए करांची एयरपोर्ट से बाहर निकलवाया. कराची में 2 दिन तक रहने के बाद उसे बहावलपुर ले जाया गया. वहां 10 दिन तक रहा. यहां से मुजफ्फराबाद कैंप में गया, जहां उसकी लखवी से मुलाकात हुई थी.