
उत्तर प्रदेश के बांदा में बालू लादकर ले जा रही ट्रकों से पुलिस द्वारा लगातार अवैध वसूली का मामला हाई लेवल पर पहुंच गया है. DGP ने आज दो सीनियर IPS अधिकारियों को लखनऊ से बांदा भेज वसूली कर रही पुलिस टीम को रंगे हाथ दबोच लिया. हालांकि कार्रवाई के दौरान IPS अधिकारी हिमांशु कुमार का पैर फ्रैक्चर हो गया.
पुलिस ने बताया कि इस छापेमारी की भनक बांदा के SP तक को नहीं लगने दी गयी थी और टीम में दूसरे जिलों के पुलिसकर्मियों को रखा गया था. डीजीपी ने दो सीनियर अधिकारियों हिमांशु कुमार और मोहित गुप्ता को यह कमान सौंपी, जिन्होंने आज सुबह बांदा के गिरवां थाने के पास ट्रकों से वसूली कर रहे सिपाहियों और उनके प्राइवेट लोगों को रंगे हाथ पकड़ लिया.
बांदा की SP शालिनी ने बताया कि सीधे डीजीपी के निर्देश पर यह कार्रवाई हुई, जिसमें आरोपी पुलिसकर्मियों पर मुकदमा भी दर्ज हुआ है. इस पूरे मामले में गिरवां के थाना इंचार्ज और एक कांस्टेबल को सस्पेंड कर दिया गया है.
दरअसल बांदा में मौरंग के अवैध खनन और उसके परिवहन की लगातार शिकायतें आती रही हैं. ट्रकों से अवैध वसूली कर पुलिस थाने अपनी जेबें भरते रहे हैं. पुलिस रातभर प्राइवेट लोगों से प्रति ट्रक एक-एक हजार रुपये की वसूली करवाती है.
ऐसी शिकायतों का संज्ञान लेते हुए डीजीपी ने आईपीएस हिमांशु कुमार और मोहित गुप्ता की कमान में एक पुलिस दल बांदा भेजा. जिसने गिरवां थाने के पास वसूली कर रहे सिपाही और प्राइवेट लोगों को रंगे हाथों पकड़ लिया. पुलिस ने चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है.