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हलाला: पति के साथ रहने के लिए ससुर के बाद अब देवर से शादी करने का दबाव

यूपी के बरेली स्थित बानखाना निवासी एक महिला की शादी गढ़ी-चौकी के वसीम से 2009 में हुई थी. महिला का आरोप है कि दो साल बाद शौहर ने उसे तलाक देकर अपने घर से निकाल दिया था. कुछ महीने गुजरने के बाद बाद दोबारा से पत्नी को रखने के लिए उसी साल अपने ही पिता के साथ निकाह कर दिया ताकि  हलाला हो सके.

मीडिया के सामने आकर पीड़ित महिला ने अपना दुख बताया.  फोटो- कृष्णगोपाल राज मीडिया के सामने आकर पीड़ित महिला ने अपना दुख बताया. फोटो- कृष्णगोपाल राज
कुबूल अहमद
  • नई दिल्ली/बरेली,
  • 09 जुलाई 2018,
  • अपडेटेड 9:04 PM IST

उत्तर प्रदेश के बरेली में तीन तलाक और हलाला का मामला सामने आया है. एक शख्स ने पहले अपनी पत्नी को तलाक देकर घर से बेघर कर दिया. इसके बाद दोबारा तलाकशुदा पत्नी को साथ में रखने के लिए अपने ही पिता के साथ निकाह कराकर हलाला करा दिया. बहू के साथ सुसर का निकाह कराने का सिलसिला यहीं नहीं रुका. दोबारा तलाक देने के बाद शौहर अब भाई से हलाला कराने पर अड़ा है.

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यूपी के बरेली स्थित बानखाना निवासी एक महिला की शादी गढ़ी-चौकी के वसीम से 2009 में हुई थी. महिला का आरोप है कि दो साल बाद शौहर ने उसे तलाक देकर अपने घर से निकाल दिया था. कुछ महीने गुजरने के बाद बाद दोबारा से पत्नी को रखने के लिए उसी साल वसीम ने अपने ही पिता के साथ निकाह कर दिया ताकि हलाला हो सके.

इसके बाद ससुर ने तलाक दे दिया, जिसके बाद वसीम ने दोबारा निकाह करके उसके साथ रहने लगा, लेकिन दोनों के बीच लड़ाई-झगड़े खत्म नहीं हुए. वसीम उस पर जुल्म करता रहा और 2017 में दोबारा से उसे तलाक देकर घर से बेघर कर दिया.

एक बार फिर अब वसीम उसे अपने साथ रखना चाहता है, लेकिन इस बार शर्त रखी कि उसके भाई (देवर) के साथ हलाला करना होगा. इसके बाद ही वो शादी करके अपने साथ रखेगा.

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महिला ने उसकी शर्तों को मानने से इनकार कर दिया है. अब वह अपनी बहन के घर रह रही है. रविवार को महिला ने आला हजरत हेल्पिंग सोसायटी की अध्यक्ष निदा खान के यहां पहुंचकर अपना दर्द बयां किया था. बाद में महिला ने मीडिया के सामने आकर भी अपना दुख बताया.

गौरतलब है कि तीन तलाक को कोर्ट द्वारा बैन किए जाने के बाद मोदी सरकार ने सख्त कानून बनाने की पहल की है. इस संबंध में तीन तलाक विधेयक लोकसभा से पारित हो चुका है, लेकिन राज्यसभा में लंबित है.

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