
UP Board 10th 12th Exam 2020: उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (UPMSP) की बोर्ड परीक्षाएं 18 फरवरी 2020 से शुरू हो रही हैं. यूपी बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट में एडमिट कार्ड भी जारी हो चुके हैं. बोर्ड ने 10वीं और 12वींं दोनों कक्षा के छात्रों के लिये कुछ बदलाव किए हैं. बता दें किइस साल उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद ने परीक्षा प्रणाली में भी कई बदलाव भी किये हैं. इसमें मार्कशीट के बदलाव भी शामिल हैं.
जानें- एडमिट कार्ड में क्या हुआ बदलाव
बोर्ड ने इस बार पहला ये बदलाव किया है कि जब छात्रों के एडमिट कार्ड में उनके माता-पिता का नाम हिन्दी के साथ-साथ अंग्रेजी में भी दिया जाएगा. इससे पहले अभिभावकों के नाम सिर्फ हिन्दी में ही लिखे जाते थे. जो कि इसी साल 2020 में बदलाव किया गया है.
ये होगा मार्कशीट में बदलाव
छात्रों को इस साल अपने मार्कशीट में भी बदलाव दिखेगा. हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा परिणाम की मार्कशीट में भी पूरा विवरण हिन्दी और अंंग्रेजी, दोनों भाषाओंं में होगा.
लाइव मॉनिटरिंग से रुकेगी नकल
बोर्ड परीक्षाओं में नकल रोकने के लिए इस बार सुरक्षा के और भी कड़े इंतजाम किए गए हैं. इस बार मॉनिटरिंग सेल बनाए गए हैं, जहां से परीक्षा केंद्रों पर और परीक्षार्थी व शिक्षकों पर सीधी नजर रखी जाएगी. मॉनिटरिंग सेल से सभी एग्जाम सेंटर्स कनेक्टेड होंगे.बता दें कि यूपी बोर्ड परीक्षा में सख्ती को देखते हुए, इस बार परीक्षा के लिये रजिस्टर करने वाले छात्रोंं की संख्या में गिरावट आई है. आंकड़ों की मानें तो पिछले साल के मुकाबले इस साल 10वींं कक्षा की बोर्ड परीक्षा के लिये रजिस्टर करने वाले छात्रों की संख्या में 1,69,980 गिरावट दर्ज की गई है. वहीं 12वीं के लिये 18,658 कमी आई है. पिछले साल 57,95,756 छात्रों ने परीक्षा के लिये रजिस्टर किया था, जबकि इस साल 56,07,118 छात्रों ने आवेदन किया है.
बता दें कि परीक्षा केंद्रों की सूची देखने के लिए भी इस बार स्टूडेंट्स को कोई भी जानकारी सबमिट नहीं करनी पड़ेगी. वो सीधे इस लिंक पर जाकर अपने परीक्षा केंद्र चेक कर सकते हैं.
UP Board Final Exam Center List 2020 के मुताबिक यूपी बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परीक्षा 7 हजार 786 केंद्रों पर आयोजित होगी. इस बार 451 राजकीय, 3401 एडेड (सहायता प्राप्त) और 3934 वित्तविहीन विद्यालयों को परीक्षा केंद्र बनाया गया है.433 स्कूलों को परीक्षा केंद्रों में शामिल नहीं किया गया है, और इन्हें शामिल न करनी की वजह बोर्ड ने लिस्ट में दी है.