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गंगाजल, अमर सिंह के पैरों की धूल और नेताजी...ये हैं मीटिंग में शिवपाल के 25 तीर

समाजवादी पार्टी में चल रहे बड़े घमासान के बीच मुलायम सिंह ने सोमवार को पार्टी के बेहद अहम बैठक बुलाई. इस बैठक में न सिर्फ उनके बेटे और यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव बेहद भावुक हो गए बल्कि शिवपाल यादव ने भी अपने पांव के उन छालों की याद दिला दी, जो उन्होंने पार्टी के प्रचार के लिए गली-गली घूमते हुए सहे थे.

शिवपाल यादव शिवपाल यादव
मोनिका शर्मा
  • लखनऊ,
  • 24 अक्टूबर 2016,
  • अपडेटेड 5:10 PM IST

सपा की साख को बचाने के लिए लखनऊ में नेतीजी के नेतृत्‍व में चल रही मीटिंग में अखिलेश के सेंटी तीर के बाद शिवपाल ने सधे सधे एक सीधी लकीर खींच दी. उन्‍होंने सीधे सीधे अखिलेश पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्‍होंने तो नई पार्टी बनाने तक की बात कह दी थी वहीं अमर सिंह का उन्‍होंने खुलकर बचाव किया. आइए जानें 15 मिनट की स्‍पीच की 25 बातें...

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मैंने गांव गांव नेताजी की चिट्ठियां बांटी
1. हंगामा करने वालों को हटाना जरूरी था.
2. हम भी जवाब दे सकते थे. पार्टी बनाने में हमने नेताजी का साथ दिया.
3. पार्टी के लिए मैंने बहुत संघर्ष किया.
4. गांव गांव में हमने नेताजी की चिट्ठियां बांटी.
5. तीन तीन महीने साइकिल चलाता रहा है.

आप बताएं मैंने आपका कौन सा आदेश नहीं माना
6. मेरे से सभी विभाग लिए गए.
7. क्‍या सरकार में मेरा कोई योगदान नहीं है.
8. आप बताइए, मैंने सीएम का कौन से आदेश नहीं माना.
9. हर आदेश मैंने नेताजी और सीएम का माना है.

मैं गंगाजल उठाता हूं...
10. मेरे अध्‍यक्ष बनने पर मेरे साथ क्‍या हुआ?
11. नेताजी के आदेश पर पार्टी अध्‍यक्ष बना हूं. क्‍या मैंने सीएम से कम काम किया.
12. अखिलेश ने अलग दल बनाने की बात कही थी और कहा था कि दूसरे दल के साथ मिलेंगे. मैं ये बात कसम खाकर कह सकता हूं. गंगाजल उठा सकता हूं. मेरे एक बेटा है, उसकी कसम खाकर कहता हूं.
13. जमीन पर कब्‍जे नहीं होंगे. भ्रष्‍टाचार मिटेगा. तभी हम 2017 में सरकार बनाएंगे.
14. रामगोपाल की दलाली नहीं चलेगी.
15. 2003 में अमर सिंह की मदद से सरकार बनी थी. सीएम की शह पर अफसरों ने मेरी बात नहीं मानी.

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पार्टी में गुडें और धूर्तों की भरमार
16. पार्टी में गुंडों, धूर्तों और मक्‍कारों की भरमार है.
17. नेताजी के खून पसीने से ये पार्टी बनी है. किसी के नारे लगाने से सरकार नहीं बनेगी.
18. मैं एक एक का नाम बताऊंगा. नेताजी आप कहेंगे तो मैं सबका नाम लेकर आपको बताऊंगा. और आप कहेंगे तो एक एक को बाहर करूंगा.
19. मुख्‍तार अंसारी की वजह से मुझे बदनाम किया गया.
20. कुछ लोग अमर सिंह के पैरों की धूल के बराबर नहीं हैं.

अब आप आ जाओ नेताजी....
21. नेताजी अब आपको नेतृत्‍व संभालने की जरूरत है.
22. लुटेरों और दलालों से जनता को नफरत है.
23. प्रदेश की बात तो दूर कार्यकर्ता और बेहतर काम करने वाले जिले की कमेटी में नहीं थे. मैंने शिकायत नेताजी से नहीं की थी. मुझे पार्टी चलाने की छूट मिले.
24. अगर सपा में रहना है तो अनुशासन में भी रहना होगा.
25. पांच नवंबर को जो मिलन है उसमें सबको आना है. और नेताजी के नेतृत्‍व में यूपी में सरकार लानी है.

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