
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर आपदा मोचक निधि के तहत ओलावृष्टि से पीड़ित किसानों की मदद के लिये राज्य
सरकार द्वारा मांगी गयी धनराशि के बकाया हिस्से को जल्द स्वीकृत कराने का अनुरोध किया है.
राज्य सरकार के एक प्रवक्ता के अनुसार मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में कहा है कि इस साल फरवरी, मार्च और अप्रैल में प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में हुई ओलावृष्टि और बारिश से प्रभावित किसानों को राहत दिलाने के लिये प्रदेश सरकार ने 7543.14 करोड़ रुपये की धनराशि राष्ट्रीय आपदा मोचक निधि से स्वीकृत करने के
लिये दो मई को केन्द्र सरकार को पत्र भेजा था.
मुख्यमंत्री ने पत्र में कहा कि केन्द्रीय गृह मंत्रालय के गत 11 अगस्त के पत्र द्वारा 2801.59 करोड़ रुपये की धनराशि उस निधि से मंजूर की गयी है. साथ ही खत में यह भी कहा गया कि राज्य सरकार द्वारा भेजे गये पत्र में निधि की परिधि से बाहर की मदों को भी शामिल किये जाने की बात करते हुए बाकी रकम जारी करना सम्भव नहीं बताया गया था.
अखिलेश ने कहा कि राज्य सरकार अपने स्रोतों से 2968 करोड़ रुपये समेत अब तक कुल 3447 करोड़ रुपये की धनराशि गत 11 अगस्त को मिले पत्र के पहले ही किसानों
को तत्काल राहत पहुंचाने के लिये मंजूर की जा चुकी है. राज्य सरकार द्वारा भेजे गये मेमोरेण्डम के सन्दर्भ में केन्द्र सरकार द्वारा लिया गया निर्णय राष्ट्रीय आपदा मोचक निधि के दिशानिर्देशों के आलोक में तर्कसंगत नहीं है.
उन्होंने कहा कि प्रदेश में प्राकृतिक आपदा से फसलों को हुए नुकसान को ध्यान में रखते हुए केन्द्र द्वारा राष्ट्रीय आपदा मोचक निधि से स्वीकृत की गयी 2801 करोड रुपये की धनराशि प्रभावित किसानों को राहत देने के लिये नाकाफी है.