
उत्तर प्रदेश के दो जनपद लखनऊ व गौतमबुद्ध नगर में सोमवार को कमिश्नरी सिस्टम लागू होने की घोषणा कर दी गई, इसलिए गौतमबुद्ध नगर जिले के विवादित एसएसपी वैभव कृष्ण का नाम जिले के अंतिम एसएसपी के रूप में इतिहास में दर्ज हो गया है.
गौतमबुद् धनगर में अब एसएसपी पद के बदले कमिश्नर का पद होगा. जनपद गौतमबुद्ध नगर के प्रथम पुलिस कमिश्नर आईजी मेरठ रेंज आलोक सिंह को नियुक्त किया गया है, ऐसे में जिले के पहले कमिश्नर के रूप में उनका भी नाम इतिहास में दर्ज हो गया.
बता दें कि दिल्ली से सटे गौतमबुद्ध नगर में बीते दिनों एसएसपी वैभव कृष्ण के कथित रूप से अश्लील वीडियो वायरल होने के बाद एसएसपी को सस्पेंड कर दिया गया था. इसके बाद जिले में कमिश्नरी व्यवस्था लागू होने की चर्चा तेज हो गई थी. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा सोमवार को नोएडा व लखनऊ में कमिश्नरी व्यवस्था लागू करने की घोषणा कर दी गई.
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जिले में अपराध को कम करने में होगी आसानी
ऐसे में जिले में पुलिस कमिश्नर के पास डीएम की भी कुछ शक्तियां होंगी. साथ ही जिले में तैनात अन्य अफसरों को शक्ति बंटवारे का भी अधिकार होगा. इससे जिले में अपराध को नियंत्रण करने में आसानी होगी. पुलिस के नियम के अनुसार, 10 लाख की आबादी वाले जिले में कमिश्नर सिस्टम लागू होनी चाहिए, जबकि 2011 जनगणना के मुताबिक नोएडा में अभी 16 लाख के लगभग आबादी है. वहीं, पूरे जिले में आबादी 25 लाख के लगभग है, इसलिए यह व्यवस्था लागू करने की मांग सालों से उठ रही थी.