
उत्तर प्रदेश में चल रही अपनी किसान यात्रा के चौथे दिन राहुल गांधी ने शुक्रवार को अयोध्या जाकर हनुमानगढ़ी मंदिर में दर्शन किया. वह हनुमानगढ़ी मंदिर में सुबह 10:00 बजे पहुंचे और करीब 10 मिनट वहां रहकर पूजा अर्चना की. उसके बाद वे हनुमानगढ़ी के महंत ज्ञानदास से मिले और बंद कमरे में करीब 10 मिनट तक उनसे बातचीत की.
पूजा के बाद उन्होंने हनुमानगढ़ी के गद्दी नशीन महंत रमेश दास से भी आशीर्वाद लिया. मंदिर में दर्शन करने के बाद राहुल गांधी माथे पर चंदन तिलक लगाए हुए बाहर निकले लेकिन मीडिया के किसी सवाल का जवाब दिए बगैर सीधे फैजाबाद की ओर निकल गए.
इस बात को लेकर तमाम कयास लगाए जा रहे थे की हनुमानगढ़ी में दर्शन करने के बाद राहुल गांधी राम जन्मभूमि मंदिर में दर्शन करने के लिए जाते हैं या नहीं. राम जन्मभूमि मंदिर हनुमानगढ़ी से कुछ ही दूरी पर है. लेकिन राहुल गांधी ने वहां ना जाने में ही भलाई समझी. सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस के नेताओं की सलाह थी कि राहुल के राम मंदिर जाने से बहस का सारा मुद्दा राहुल गांधी की किसान यात्रा से हटकर राहुल गांधी के राम मंदिर जाने पर सिमट जाएगा.
पीएम बनने का मांगा आशीर्वाद
हनुमानगढ़ी मंदिर में राहुल गांधी को पूजा कराने वाले पुजारी राजू दास ने बताया कि पूजा के वक्त राहुल गांधी के साथ मौजूद कांग्रेस नेता गिरीश पति त्रिपाठी ने उनसे कहा कि राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनने का आशीर्वाद दीजिए. लेकिन खुद राहुल गांधी कुछ नहीं बोले और चुप-चाप पूजा की.
दरगाह पर चादर भी चढाएंगे राहुल
बाबरी मस्जिद विध्वंस के बाद पहली बार नेहरू गांधी परिवार का कोई व्यक्ति अयोध्या आया है. इससे पहले 1990 में राजीव गांधी अपनी सद्भावना यात्रा के दौरान अयोध्या तो आए थे लेकिन हनुमानगढ़ी मंदिर में दर्शन का कार्यक्रम होने के बावजूद दर्शन नहीं कर पाए थे. मंदिर में दर्शन करने के बाद राहुल गांधी फैजाबाद से अंबेडकर नगर की अपनी यात्रा पर निकल गए और रास्ते में रुक कर जगह-जगह रोड शो किया. शुक्रवार की शाम को राहुल गांधी अपनी यात्रा खत्म
करने से पहले किछौछा शरीफ की दरगाह पर जाकर चादर भी चढ़ाएंगे.