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उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा श्वेत पत्र लाने की बात पर बहुजन समाजवादी पार्टी की सुप्रीमो मायावती भड़क गई हैं. मायावती का कहना है कि योगी सरकार को अपनी सरकार की कमी पर श्वेतपत्र लाना चाहिए. मायावती का कहना है कि श्वेत पत्र जारी करने की बात करके वह पिछले सरकार को घेरने की आड़ में अपनी कमियों को छुपाने का प्रयास कर रहे हैं. मायावती ने कहा कि श्वेत पत्र जारी करना यह साबित करता है कि योगी सरकार की सोच कितनी छोटी है और वह सस्ती लोकप्रियता हासिल कर अपनी कमियों पर पर्दा डालने की कोशिश कर रही है.
मायावती ने कहा कि बेहतर होता अगर योगी सरकार विपक्षियों की कमी की जगह अपनी कमियों को लेकर श्वेत पत्र जारी करती. उन्होंने कहा कि दरअसल योगी सरकार ने श्वेत पत्र जारी करके उल्टी गंगा बहाने का प्रयास किया है.
मायावती ने एक बयान जारी कर कहा कि योगी के नेतृत्व वाली बीजेपी सरकार असल में केंद्र की मोदी सरकार की तरह ही जनहित, जनकल्याण, विकास और कानून-व्यवस्था के मामले में विफल और फिसड्डी रही है. विकास करने की बात करना गरीब-बेरोजगारो युवाओं और मेहनतकश जनता को छलने का बस एक बहाना है. स मामले में सरकार की नीयत सही और ईमानदार होती तो प्रदेश की सड़कें गड्ढा मुक्त हो गई होती. अस्पतालों में बड़ी संख्या में गरीबों के मासूम बच्चे दम नहीं तोड़ते. उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकारें विपक्षी पार्टियां और पूर्ववर्ती सरकारों को निशाना बनाने का प्रयास करती रहती हैं, ताकि लोगों की आंखों में धूल झोंककर अपनी कमियों पर से ध्यान भटका सके.
योगी सरकार को जनता को यह भी बताना चाहिए कि वह और कितने महीने तक अपनी सरकार की कमियों पर पर्दा डालने के लिए पिछली सरकारों पर दोषारोपण करते रहेंगे. एक बयान में मायावती ने आरोप लगाया कि इस सरकार में हर स्तर पर भ्रष्टाचार व्याप्त है. प्रदेश में शासन नाम की चीज नहीं है. बिजली के लिए प्रदेश भर में हाहाकार मचा हुआ है. बेरोजगारी के कारण लोगों को पलायन करना पड़ रहा है.
मायावती का कहना है कि किसानों को कर्ज माफी के नाम पर उनको 10, 25 रुपये और 100 रुपए का चेक देकर ऋण माफी का ढिंढोरा पीटा जा रहा है. जनता के साथ विश्वासघात करने वाली ऐसी सरकार की किसी की बात पर कोई भरोसा नहीं कर सकता. मायावती ने प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा कि अपराध और कानून व्यवस्था की स्थिति बहुत खराब है. जो योगी आदित्यनाथ आंकड़े दे रहे हैं अपराध और कानून व्यवस्था को लेकर, वह एकदम गलत है. श्वेतपत्र पर मायावती ने कहा कि यह दूसरों को बुरा बताकर खुद को अच्छा साबित करने की कोशिश है.