
करीब साढ़े तीन महीने पहले लखनऊ में एक कत्ल होता है. कत्ल हिंदू महासभा के कार्यकारी अध्यक्ष कमलेश तिवारी का. कत्ल के बाद पता चला कि आरोपी कातिल इस्लाम के बारे में दिए गए कमलेश तिवारी के एक बयान से नाराज थे. अब साढ़े तीन महीने बाद उसी लखनऊ में एक और कत्ल होता है. इस बार कत्ल विश्व हिंदू महासभा के अध्यक्ष रंजीत बच्चन का हुआ था. लखनऊ पुलिस फौरन हरकत में आ गई. लगा मामला कमलेश तिवारी जैसा नहीं है. मगर जांच में कुछ और ही सच सामने आ रहा है.
18 अक्तूबर 2019, दोपहर का वक्त, लखनऊ
हिंदू महासभा के कार्यकारी अध्यक्ष कमलेश तिवारी का तब भरी दोपहर में उन्हीं के दफ्तर में कत्ल कर दिया गया था. बाद में कत्ल के तार सूरत से जुड़े और आरोपी कातिलों को पुलिस ने पकड़ने का दावा भी किया. कहा गया कि कमलेश तिवारी का कत्ल एक विवादास्पद बयान का नतीजा था.
2 फरवरी, सुबह 5.47 बजे, ग्लोब पार्क, कैसरबाग, लखनऊ
विश्व हिंदू महासभा के अध्यक्ष रंजीत बच्चन रविवार सुबह टहलने निकले थे. तभी उनके घर से करीब तीन किमी दूर कैसरबाग के ग्लोब पार्क के सामने दो लोगों ने उन्हें गोली मार दी. रंजीत ने मौके पर ही दम तोड़ दिया. रंजीत के कत्ल की खबर जैसे ही लखनऊ में फैली अचानक कमलेश तिवारी के कत्ल की कहानी याद आ गई. पुलिस भी फौरन हरकत में आ गई.
ये ज़रूर पढ़ेंः फर्रुखाबाद में 23 मासूमों को रेस्क्यू करने के लिए था ऑपरेशन हैपी बर्थडे
रंजीत की हत्या की वजह कमलेश तिवारी से अलग
लगा कि ये मामला भी कमलेश तिवारी के कत्ल जैसा तो नहीं है। इसी लाइन पर कत्ल की जांच भी शुरू हो गई। मगर फिर जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ी कमलेश तिवारी के उलट रंजीत के मामले में कई नई जानकारियां सामने आने लगीं. मामला दूसरे एंगल की तरफ जाता दिख रहा है. जिसमें सबसे ऊपर रंजिश होने का शक है.
सीसीटीवी कैमरा फुटेज से मिलेगी मदद
पुलिस ने ग्लोब पार्क के नज़दीक के तमाम सीसीटीवी खंगाले तो फुटेज के नाम पर चार सेकेंड का ये वीडियो मिला. इस वीडियो में दो लोग शॉल ओढ़े दिखाई दे रहे हैं. इनमें से एक ने काली और लाल जैकेट पहन रखी है. तो दूसरे ने भूरे रंग की जैकेट पहन रखी है. इस सीसीटीवी फुटेज के हिसाब से कैमरे में ये तस्वीरें 2 फरवरी की सुबह 5 बजकर 47 मिनट की हैं. यानी हत्या करने वाले अगर यहीं हैं तो रंजीत बच्चन की हत्या का वक्त भी यही होगा.
रंजीत के नाम आवंटित नहीं ओसीआर का फ्लैट
पुलिस ने ग्लोब पार्क के अलावा लालबाग की ओसीआर बिल्डिंग में लगे 9 सीसीटीवी कैमरों को भी चेक किया. मगर पुलिस सूत्रों के मुताबिक रंजीत बच्चन के घर से निकलने का फुटेज नहीं मिला है. बताया जा रहा है कि विश्व हिंदू महासभा के अध्यक्ष रंजीत बच्चन ओसीआर बिल्डिंग के बी ब्लॉक में 604 नंबर फ्लैट में रहते थे. हालांकि फ्लैट उनके नाम अलॉट नहीं था. फिलहाल पुलिस रंजीत बच्चन की हत्या के इस मामले की कई एंगल से जांच कर रही है. इसमें आपसी रंजिश, परिवारिक कलह के अलावा कट्टरपंथ और प्यार के एंगल को भी खंगाला जा रहा है.
Must Read: गौरव चंदेल हत्याकांड में हापुड़ पुलिस के दावे पर नोएडा पुलिस की खामोशी!
रंजीत ने की थीं दो शादियां
दरअसल, रंजीत बच्चन ने दो शादियां कर रखी थी. जिसे लेकर अक्सर उनके परिवार में विवाद भी रहता था. इस मामले में पुलिस हत्याकांड के वक्त साथ में मौजूद मौसेरे भाई आदित्य श्रीवास्तव और दूसरे करीबियों से भी पूछताछ कर रही है. वहीं रंजीत की दूसरी पत्नी कालिन्दी का कहना है कि कत्ल के पीछे कट्टरपंथी लोग हैं. उनका कहना है कि जिस तरह कमलेश तिवारी को धमकी मिलती थी. वैसे ही रंजीत को धमकियां मिल रही थीं.
पहली पत्नी से तलाक की जानकारी नहीं
पुलिस की जांच में पाया गया है कि रंजीत ओसीआर बिल्डिंग में लगे सीसीटीवी कैमरों में सुबह निकलते तो नहीं देखे गए. लेकिन वो अपने घर से एक किमी दूर हजरतगंज से परिवर्तन चौराहे की तरफ जाने वाले रास्ते में पैदल जाते देखे जा रहे हैं. उनके पीछे एक शख्स शॉल ओढ़े चल रहा है. पुलिस ये नहीं तय कर पा रही है कि वो ओसीआर से ही सुबह निकले हैं या फिर रात को वो कहीं और रुके थे. पुलिस इसी गुत्थी को सुलझाने में लगी है. बताया जाता है कि रंजीत की पहली शादी स्मृति के साथ हुई थी. हालांकि कुछ वक्त बाद दोनों में मनमुटाव होने लगा और दोनों अलग हो गए. मगर दोनों के बीच तलाक होने की जानकारी साफ नहीं है.
आपसी रंजिश, लड़की और साजिश!
पुलिस की जांच में सामने आया कि रंजीत आज एक लड़की की नौकरी लगवाने के लिए नोएडा जाने वाले थे. वो लड़की कौन है. और रंजीत उसकी नौकरी कहां लगवाने जा रहे थे. पुलिस रंजीत के नौकरी लगवाने के इस एंगल की भी जांच कर रही है. पुलिस ने रंजीत के एक करीबी की पत्नी को भी थाने लाकर पूछताछ की है. कुल मिलाकर शुरुआती जांच के बाद पुलिस को ये मामला करीबियों से जुड़ा आपसी रंजिश का ही लग रहा है.