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UP निकाय चुनावः शहर में दबदबा, लेकिन बाहर महज 15% सीटें जीत पाई BJP

नगर पालिका वार्ड और नगर पंचायत वार्ड की बात की जाए तो परिणाम थोड़ा चौंकाने वाले हैं. सूबे में नगर पालिका के 5261 वार्डों में चुनाव हुए, जिनमें से बीजेपी के सिर्फ 17.51% उम्मीदवार ही जीत पाए. जबकि 64.21% वार्डों में निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की.

चुनाव प्रचार के दौरान योगी आदित्यनाथ चुनाव प्रचार के दौरान योगी आदित्यनाथ
जावेद अख़्तर
  • लखनऊ,
  • 02 दिसंबर 2017,
  • अपडेटेड 2:43 PM IST

यूपी में निकाय चुनाव के नतीजे सामने आने के बाद भारतीय जनता पार्टी की लहर बरकरार रहने का दावा किया जा रहा है. परिणाम घोषित होने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वयं बंपर जीत का दावा किया. यहां तक कि यूपी की गली-गली भगवा होने की चर्चा की जाने लगी.

लेकिन चुनावी नतीजों का आंकलन किया जाए तो तस्वीर इससे थोड़ा अलग नजर आती है. बड़े शहर यानी नगर निगमों में बीजेपी ने 2012 की तरह ही अपना दबदबा बनाए रखा है. पार्टी ने 16 में से 14 नगर निगम सीटों पर जीत दर्ज की है. नगर पालिका और नगर पंचायत अध्यक्ष पद पर भी पार्टी की परमोर्फेंस पहले से बेहतर हुई है.

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हालांकि नगर पालिका वार्ड और नगर पंचायत वार्ड की बात की जाए तो परिणाम थोड़े चौंकाने वाले हैं. सूबे में नगर पालिका के 5261 वार्डों में चुनाव हुए, जिनमें से बीजेपी के सिर्फ 17.51% उम्मीदवार ही जीत पाए. जबकि 64.21% वार्डों में निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की.

इसके अलावा नगर पंचायत की बात की जाए तो बीजेपी का प्रदर्शन यहां और भी कमजोर रहा है. नगर पंचायत सदस्य के लिए 5446 वार्ड में चुनाव हुए और इनमें से 664 पर ही भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार जीतने में कामयाब रहे. यानी बीजेपी को नगर पंचायत के 12.22% वार्डों में जीत मिली. नगर पालिका परिषद सदस्य और नगर पंचायत सदस्यों का कुल आंकड़ा देखा जाए तो करीब 15 फीसदी वार्डों पर ही बीजेपी के उम्मीदवारों को जीत मिली है.

ये है विजयी सीटों का प्रतिशत

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नगर निगम पार्षद (कुल वार्ड-1300)

बीजेपी-596 (45.85%)

सपा- 202 (15.54%)

बसपा-147 (11.31%)

कांग्रेस-110 (8.46%)

इनके अलावा 17.23% सीटों पर निर्दलीय या अन्य उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की है.

नगर पालिका परिषद सदस्य (कुल वार्ड-5261)

बीजेपी-922 (17.51%)

सपा- 477  (9.07%)

बसपा-262  (4.98%)

कांग्रेस-158 (2.98%)

64.21% निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की.

नगर पंचायत सदस्य (कुल वार्ड-5446)

बीजेपी-664 (12.22%)

सपा- 453  (8.34%)

बसपा-262  (4.01%)

कांग्रेस-126 (2.32%)

71.29% वार्ड पर निर्दलीय उम्मीदवारों ने बाजी मारी.

नगर निगम मेयर (कुल सीट-16)

बीजेपी-14 (87.5%)

बसपा-02 (12.5%)

सपा-0

कांग्रेस-0

नगर पालिका अध्यक्ष (कुल सीट-198)

बीजेपी-70 (35.3%)

बसपा-29 (14.6%)

सपा-45 (22.7%)

कांग्रेस-9 (4.5%)

निर्दलीय व अन्य- 45 (22.7%)

नगर पंचायत अध्यक्ष (कुल सीट-438)

बीजेपी-100 (22.83%)

सपा-83 (18.9%)

बसपा-45 (10.27%)

कांग्रेस-17 (3.8%)

निर्दलीय व अन्य-193 (44.06%)

यानी नगर निगम मेयर से लेकर पार्षद और नगर पालिका से लेकर नगर पंचायत अध्यक्ष जैसे प्रमुख पदों पर बीजेपी ने परचम लहराया है. जबकि नगर पालिका और नगर पंचायत सदस्यों के लिए वार्डों में हुए चुनाव पर बीजेपी बड़ा स्कोर नहीं कर पाई है. हालांकि, ये भी एक तथ्य है कि बीजेपी अपने इस स्कोर के साथ भी सबसे बेहतर प्रदर्शन करने वाली पार्टी है और सपा, बसपा समेत कांग्रेस तीनों प्रमुख दल उनसे पीछे हैं.

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