
उत्तर प्रदेश में जब से योगी आदित्यनाथ की सरकार सत्ता में आई है, तभी से बदमाशों और अपराधियों के लिए सख्त रुख अपना रही है. योगी की पुलिस ने भी गुंडा तत्वों को जड़ से समाप्त करने के लिए ऑपरेशन ऑल आउट शुरू किया है. बीते तीन दिन में ही यूपी पुलिस ने 6 एनकाउंटर कर डाले.
मुजफ्फरनगर में मीरापुर थाना क्षेत्र के वली की पुलिया पर चौकी इंचार्ज राजेश, कांस्टेबल राजेंद्र गिरि और कांस्टेबल राजेश ने शुक्रवार देर शाम चेकिंग के दौरान बिना नंबर वाली एक काली पल्सर को रोकने की कोशिश की. लेकन बाइक सवार बदमाशों ने उलटे पुलिस पर फायरिंग कर दी.
पुलिस ने मुठभेड़ में 20 हजार रुपये के इनामी बदमाश राजकुमार को धर दबोचा. वह पुलिस की गोली से घायल हो गया. हालांकि राजकुमार के एक अन्य साथी अंधेरे का फायदा उठाकर भागने में कामयाब रहा. पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार बदमाश राजकुमार बरवाला गांव का रहने वाला है.
पुलिस के मुताबिक, राजकुमार पर कई जिलों में लूट और कत्ल के करीब 20 मुकदमे दर्ज हैं. पुलिस ने राजकुमार के पास से बाइक, तमंचा और कारतूस बरामद किए हैं. UP पुलिस ने बीते तीन दिन के भीतर शामली में दो, बुलंदशहर, संभल, बाराबंकी और मुजफ्फरनगर में एक-एक एनकाउंटर किए हैं.
इन मुठभेड़ों में दो इनामी बदमाश मार गिराए गए, जबकि चार अपराधी जख्मी होकर पुलिस के हत्थे चढ़ गए. नए साल में UP पुलिस ने शामली में 3 जनवरी के एनकाउंटर से बदमाशों के खिलाफ ऑल आउट मुहिम की शुरुआत की. शामली में हुए इस मुठभेड़ ने जहां कुख्यात अपराधी साबिर को मार गिराया, वहीं कांस्टेबल अंकित तोमर शहीद हो गए.
इसके बाद 4 जनवरी को बुलंदशहर में हुए एनकाउंटर में पुलिस ने 50 हजार के इनामी बदमाश सतवीर उर्फ सत्तू को मार गिराया. वहीं संभल और बाराबंकी में हुई मुठभेड़ों में दो इनामी बदमाश दबोचे गए. आपको बताते चलें कि महज 10 महीने पुरानी योगी आदित्यनाथ की सरकार के शासनकाल में 1000 के करीब एनकाउंटर कर पुलिस ने 2,000 से अधिक अपराधियों को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है.