
दिल्ली से तकरीबन 100 किलोमीटर दूर दिल्ली से आगरा को जोड़ने वाले ताज एक्सप्रेस-वे पर, सनसनीखेज लूट मर्डर और रेप कांड ने योगी सरकार के लिए मुश्किलें खड़ी कर दी है.
आरोप है की एक परिवार को बंधक बना कर पहले बदमाश लूट करते हैं फिर महिलाओं की अस्मत लूटते हैं और रेप का विरोध करने पर एक शख्स को गोली मार कर फरार हो जाते हैं.
48 घंटे बाद तक पुलिस इस दिल-दहलाने वाले कांड के बदमाशों की पहचान भी नहीं कर पाई थी कि नोएडा के एसएसपी लव कुमार ने एक प्रेस कांफ्रेंस बुलाई. लोगों को लगा की पुलिस बदमाशों को गिरफ्तार कर मामले को सुलझाने का दावा करेगी लेकिन ऐसे संवेदनशील मामले पर यूपी पुलिस ने पीड़ित महिलाओं का मेडिकल जांच करने वाले डॉक्टर के साथ मीडिया के कैमरे के सामने आई वो भी रेप हुआ या नहीं इसकी आधी-अधूरी रिपोर्ट लेकर. कॉन्फ्रेंस के दौरान खुद डॉक्टर ने कहा कि सेंपल जांच के लिए लैब भेजा गया है.
वारदात की शिकार महिला का कहना है, 'मेरी उम्र देखिए. मेरे साथ रेप किया हैवानों ने. हम मजिस्ट्रेट के सामने बयान देंगे जो हमारे साथ हुआ. हमें इंसाफ चाहिए...'
बकायदा सु्प्रीम कोर्ट की गाइड लाइन है कि रेप जैसे संवेदनशील मामलों पर पुलिस गैर-जरूरी बयान देने से बचे लेकिन यहां तो आधी-अधूरी रिपोर्ट के आधार पर पुलिस बदमाशों को पकड़ने की बजाए महिलाओं को ही झूठा साबित करने की कोशिश में लगी हुई है.
तो क्या योगी की पुलिस एक के बाद हो रहे अपराधों से दबाव में है या फिर वारदात के बाद बदमाशों को पकड़ कर असल ममाले से पर्दा ना हटा पाने की नाकामी से बचने के लिए मामले को ही हल्का बताए जाने की कोशिश की जा रही है.
बहरहाल आज महिलाओं ने मजिस्ट्रेट के सामने अपना बयान दर्ज करवा दिया है वहीं राष्ट्रीय महिला आयोगी की टीम भी नोएडा पहुंच कर पुलिस से जवाब तलब कर रही है.