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यूपी की परेशान महिलाओं की गुहार, योगी जी रक्षा करो!

उत्तर प्रदेश के चुनाव में महिलाओं ने बढ़-चढ़कर भाजपा को वोट दिए. भाजपा ने भी महिला सुरक्षा के मसले को चुनाव में खूब भुनाया. अब जब प्रदेश में बीजेपी की सरकार बन चुकी है, मुख्यमंत्री के जनता दरबार में सबसे अधिक महिलाएं ही मिलने आ रही है.

जनता दरबार में लोगों की फरियाद सुनते हैं यूपी के सीएम जनता दरबार में लोगों की फरियाद सुनते हैं यूपी के सीएम
मौसमी सिंह
  • नई दिल्ली,
  • 07 अप्रैल 2017,
  • अपडेटेड 3:18 PM IST

उत्तर प्रदेश के चुनाव में महिलाओं ने बढ़-चढ़कर भाजपा को वोट दिए. भाजपा ने भी महिला सुरक्षा के मसले को चुनाव में खूब भुनाया. अब जब प्रदेश में बीजेपी की सरकार बन चुकी है, मुख्यमंत्री के जनता दरबार में सबसे अधिक महिलाएं ही मिलने आ रही है. महिलाओं से जुड़े मुद्दों को लेकर सबसे ज्यादा लोग सीएम से मिल रहे हैं. महिलाओं के खिलाफ हिंसा, अपराध और अत्याचार के लिए इंसाफ मांगने वह जनता के दरबार में आ रहे हैं.

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प्रदेश के कोने-कोने से बलात्कार, घरेलू हिंसा, अपहरण ,दहेज प्रताड़ना , तलाक और तीन तलाक जैसे मसलों को लेकर बेटियां और माताएं योगी आदित्यनाथ से मिल चुकी हैं और ये सिलसिला अभी चल रह है. देवबंद से आई 18 साल की रेशमा ( नाम बदला है) 2015 से दर बदर-बदर रही है, उसके साथ खाकी वर्दी वालों ने बलात्कार किया. पिछले 2 साल से उनको इंसाफ नहीं मिला है अब उनकी मां और वह पुलिस वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रही है. उनकी मां का रो-रो कर बुरा हाल है. उनका कहना है कि सिर्फ आश्वासन से काम नहीं चलेगा उनकी बेटी को इंसाफ चाहिए.

लता देवी ( नाम बदला है ) उन्नाव की रहने वाली हैं. उनकी बेटी का बड़ी बेरहमी से बलात्कार हुआ. हैरत की बात तो यह है कि बेटी स्कूल में काम करती थी, जब उसके पति बेटी को लेने गए तो वह घायल हालात में स्कूल परिसर में पाई गई. उसके बाद अस्पताल में भर्ती होने के कुछ घंटों बाद ही उसने दम तोड़ दिया. अब वह योगी जी से उम्मीद करती हैं कि महिलाओं के प्रति हो रही हिंसा को को रोकेंगे.

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उन्नाव से लेकर झांसी और झांसी से लेकर नोएडा तक महिलाओं को लगता है कि नए मुख्यमंत्री उनके मसलों को लेकर संवेदनशील हैं. योगी के दरबार में पहुंची 6 महीने की बच्ची दर्पना की मां अंजली दहेज की मांग से प्रताड़ित हैं और उम्मीद लेकर नोएडा से लखनऊ चली आई हैं. शादी को 1 साल भी नहीं बीते कि उनके पति ने उनको घर से बाहर निकाल दिया है. उनकी मां रो-रो कर बताती हैं कि दहेज ने उनके घर को तबाह कर रख दिया. बेटी की शादी में एक गाड़ी देने के बावजूद भी अब उसके ससुराल वाले और गहनों की मांग कर रहे हैं.

उनका आरोप है घर में बेटी जन्मी तो उनके दामाद ने उनकी बेटी को घर से बाहर निकाल दिया. योगी जी ने उनको जल्द से जल्द कार्रवाई का आश्वासन दिया है. झांसी की रहने वाली ज्योति अपने वकील पति से प्रताड़ित है. कानून की लड़ाई लड़ने वाले उनके पति अब दहेज की लालच में अंधे हो चुके हैं.

उम्मीद की आस बाराबंकी भी पहुंची है. इसी आस के सहारे 11 साल की आंचल के पिता बेटी आंचल को लेकर जनता के दरबार में आए. एक सड़क दुर्घटना ने आंचल का बुरा हाल कर दिया. उसके माता पिता दर-बदर भटक रहे हैं इलाज के लिए योगी से मिलकर उन को उम्मीद है कि उनकी बिटिया एक बार फिर से हंस खेल सकेगी.

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मुख्यमंत्री ने सुनी फरियाद
सीएम योगी के जनता दरबार में रोजाना दर्जनों महिलाएं मुख्यमंत्री से मिलने पहुंचती हैं. इन बेसहारा महिलाओं की मदद करने के लिए योगी जी ने अपनी सहयोगी रीता बहुगुणा जोशी से बात की और उनको एक खाका तैयार करने को कहा. इस बारे में मंत्री रीता बहुगुणा जोशी ने कहा कि CM महिलाओं की समस्याओं को लेकर चिंतित हैं.

मुख्यमंत्री ने कहा है कि वह इन महिलाओं की समस्याओं को ले कर चिंतित हैं और जितनी भी निराश्रित महिलाएं हैं और उनके बच्चे हैं, सरकार को उनको सहारा देने के लिए एक प्लान तैयार करना चाहिए. अब महिला एवं बाल विकास विभाग इस संदर्भ में एक ड्राफ्ट तैयार कर रहा है जिसको मंत्रियों की समीक्षा बैठक में 10 तारीख को रखा जाएगा.

सीएम योगी ने रीता बहुगुणा जोशी से कहा कि जाति-धर्म के भेदभाव से ऊपर उठकर हिंसा की शिकार हुई निराश्रित महिलाओं को मदद देने के लिए सरकार को एक ठोस रणनीति बनानी होगी. इस संदर्भ में रीता बहुगुणा जोशी ने आज एक बैठक भी ली थी और अब उसकी प्लानिंग करने में विभाग लगा हुआ है.

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