
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने प्रशासनिक महकमें में बड़ा फेरबदल किया है. बुधवार को योगी सरकार ने 20 आईएएस अधिकारियों के तबादले कर दिए हैं.
सूबे में नए फेरबदल के तहत मृत्युंजय कुमार नारायण को मुख्यमंत्री का सचिव बनाया गया है, जबकि नवनीत सहगल को सूचना एवं पर्यटन सचिव पद से हटाकर उनका प्रभार अविनाश अवस्थी को सौंप दिया गया है. वहीं, अनीता मेश्राम को बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग का सचिव और आरपी सिह को प्रमुख सचिव खनन बनाया गया है.
रमा रमण को हटाकर आलोक सिन्हा को सौंपा प्रभार
रमा रमण को नोएडा विकास प्राधिकरण के प्रमुख सचिव पद से हटाकर उनकी जगह आलोक सिन्हा को प्रभार सौंपा गया है. इससे पहले
सिन्हा मेरठ के मंडलायुक्त थे. इसके अलावा राज प्रताप सिंह को भूतत्व एवं खनिकर्म विभाग का सचिव बनाया गया है. भुवनेश कुमार को
लखनऊ के मंडलायुक्त के पद से अतिरिक्त प्रभार मुक्त कर दिया गया है. हालांकि व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग का सचिव
बनाए रखा गया है. साथ ही मुकेश कुमार को प्राविधिक शिक्षा विभाग के पद के अतिरिक्त प्रभार से मुक्त कर दिया गया है.
पिछली सरकार में अहम पद पाने वाले दरकिनार
रमा रमण और नवनीत सहगल पिछली सरकार में लंबे समय तक अहम पदों पर काबिज रहे हैं, जिनको अब योगी सरकार ने दरकिनार कर
दिया है. इसके अलावा आमोद यादव और पंधारी यादव राजस्व परिषद के सदस्य बनाए गए हैं, जबकि अमित कुमार घोष, विजय कुमार
यादव, डॉ हरिओम, अनीता सिंह, दीपक अग्रवाल, डिंपल वर्मा, रमा रमण और गुरदीप सिंह को प्रतीक्षा सूची में रखा गया है.