
अमेरिका ने आरोप लगाया है कि चीनी हैकर्स कोरोना वायरस से संबंधित रिसर्च को निशाना बना रहे हैं. अमेरिका के जस्टिस डिपार्टमेंट ने मंगलवार दो चीनी हैकर्स पर दुनिया भर की कंपनियों से करोड़ों डॉलर के व्यापार से जुड़े सीक्रेट्स को चुराने का आरोप लगाया.
अमेरिका के जस्टिस डिपार्टमेंट ने ये भी कहा कि चीनी हैकरों ने उन कंपनियों को भी टारगेट किया, जो कोरोना वायरस के लिए वैक्सीन तैयार करने में जुटी हुई हैं.
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प्रेस कॉन्फ्रेंस में अधिकारी जिन हैकर्स के बारे में बात कर रहे थे, माना जा रहा है कि उन चीनी हैकर्स ने हाल के महीनों में कोरोना वैक्सीन को लेकर काम कर रही कंपनियों के कंप्यूटर नेटवर्क में सेंधमारी की कोशिश की. कोरोना वैक्सीन के लिए कंपनियों के नाम सार्वजनिक हैं.
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भारत के साथ युद्धाभ्यास
इस बीच, अमेरिकी रक्षा मंत्री मार्क टी एस्पर ने कहा है कि मौजूदा हालात की चर्चा करें तो अमेरिका निमित्ज हिंद महासागर में इंडियन नेवी के साथ संयुक्त अभ्यास कर रहा है. यह एक स्वतंत्र और खुले भारत-प्रशांत क्षेत्र को नौसेना सहयोग के लिए हमारी साझा प्रतिबद्धता को दर्शाने वाला है.
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अमेरिकी रक्षा मंत्री ने कहा कि हमारे जहाज दूसरे विश्वयुद्ध के समय से ही दक्षिणी चीन सागर में हैं. चीन के मसले में अमेरिकी रक्षा मंत्री ने कहा कि आपका देश जितना छोटा है आपकी बांहें उतनी ही झुकती हैं.
वहीं अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने लंदन में कहा कि चीनी कम्युनिस्ट पार्टी ने अपने हितों को आगे बढ़ाने के लिए इस आपदा (कोरोना वायरस) का आड़ लिया है. दुनिया की मदद करने के बजाय चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने दुनिया को अपनी पार्टी का असली चेहरा दिखाया है.
दक्षिणी चीन सागर की तरफ इशारा करते हुए माइक पोम्पियो ने कहा कि आप (चीन) उन समुद्री क्षेत्रों के लिए दावे नहीं कर सकते, जिनके लिए आपके पास कोई वैध दावा नहीं है. आप हिमालयी क्षेत्र के देशों को धमका नहीं सकते हैं.
(एजेंसियों के इनपुट के साथ)