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लश्कर-ए-तैयबा पर नकेल कसते हुए अमेरिका ने अपनी आतंकी संगठनों की सूची में जमात-उद-दावा समेत कई अन्य संगठनों को शामिल कर लिया है. इसके साथ ही यूएस ने लश्कर के दो पाकिस्तानी नेताओं पर प्रतिबंध लगा दिया है.
अमेरिकी सरकार की ओर से जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार विदेश विभाग ने लश्कर-ए-तैयबा के साथ जमात-उद-दावा, अल अनफाल ट्रस्ट, तहरीक-ए-हुरमत-ए-रसूल और तहरीक-ए-तहाफुज किबला अव्वाल को आतंकी संगठन घोषित कर दिया है. इसके साथ ही अमेरिकी वित्त विभाग ने एलईटी के वित्तीय नेटवर्क पर निशाना साधते हुए नजीर अहमद चौधरी और मुहम्मद हुसैन गिल को विशेष नामित अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी करार दिया है.
अमेरिका ने अहमद और गिल को पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन लश्कर के लिए या उसके कहने पर काम करने वाला बताया है. वित्त और विदेश विभाग ने अपनी सूची में लश्कर से जुड़े 22 लोगों और चार संस्थाओं के नाम शामिल किए हैं. आतंकवाद और वित्तीय खुफिया जानकारी से जुड़े उप वित्त मंत्री डेविड एस कोहन ने कहा, 'लश्कर-ए-तैयबा के नेतृत्व पर लगाम कसने की दिशा में हमारी यह कार्रवाई आतंकवादी संगठनों की वित्तीय गतिविधियों को बाधित करके आतंकवाद से लड़ने की प्रतिबद्धता दिखाती है.'
गौरतलब है कि मुंबई में नवंबर 2008 में हुए आतंकवादी हमले के लिए लश्कर-ए-तैयबा ही जिम्मेदार है, जबकि संगठन का नेता हाफिज सईद घोषित आतंकवादी नेता है.