
वाशिंगटन में पाकिस्तानी राजदूत के तौर पर अली जहांगीर सिद्दीकी की नियुक्ति को अमेरिका ने अभी हरी झंडी नहीं दी है. वहीं पाकिस्तान में भी उनकी नियुक्ति को लेकर विरोध शुरू हो गया है. इससे अमेरिका में पाकिस्तान के राजदूत की नियुक्ति का मामला फंसता जा रहा है.
जहांगीर बिजनेसमैन हैं जिनका कारोबार कराची शहर से संचालित होता है. अमेरिका में पाकिस्तानी राजदूत के तौर पर जहांगीर की नियुक्ति मार्च में ही जानी थी, लेकिन अमेरिका ने अभी इस संबंध में अभी करार जारी नहीं किया है.
किसी देश में बाहरी देश के प्रतिनिधि के रूप में मान्यता देने के लिए मेजबान देश की तरफ से समझौते को मंजूरी दी जानी होती है. इसी मकसद से पाकिस्तान ने करीब दो महीने पहले ही अमेरिका के गृह मंत्रालय को जरूरी दस्तावेज भेजे थे, लेकिन अभी ट्रंप प्रशासन ने समझौते को मंजूरी प्रदान नहीं की है.
गौरतलब है कि राजनयिक मानदंड मेजबान देश की सरकार को अन्य सरकार यह बताने की इजाजत नहीं देता है कि वह किसे राजदूत के रूप में भेजना चाहता है. लेकिन मेजबान देश किसी अन्य देश के प्रतिनिधि को राजदूत के रूप में मंजूरी देने को मजबूर भी नहीं होता है.
मार्च के शुरू में ही पाकिस्तान सरकार ने ऐलान किया था कि अली जहांगीर सिद्दीकी अमेरिका में पाकिस्तान के राजदूत होंगे. मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया था कि सिद्दीकी की नियुक्ति का पत्र सीधे प्रधानमंत्री शाहिद खकान अब्बासी की तरफ से आया था. इससे पहले सिद्दीकी पाकिस्तानी प्रधानमंत्री अब्बासी के आर्थिक मामलों के सलाकार रहे हैं.