
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निमंत्रण के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की भारत यात्रा को लेकर दोनों देशों के बीच राजनयिक स्तर की बातचीत जारी है. दोनों पक्ष आपसी संपर्क में हैं.
सरकार के सूत्रों ने इंडिया टुडे को बताया कि हालांकि, अमेरिकी राष्ट्रपति के फरवरी अंत तक भारत यात्रा पर आने की संभावना के आसपास वार्ता केंद्रित है, लेकिन फिलहाल कोई तारीख अभी तय नहीं हो पाई है. यह वार्ता ऐसे समय चल रही है जब अमेरिका में ट्रंप के खिलाफ महाभियोग की प्रक्रिया चल रही है.
एक अन्य अधिकारी ने कहा कि संभावित कार्यक्रम में परिवर्तन भी हो सकता है और यात्रा का रद्द होना ट्रंप के खिलाफ महाभियोग की प्रक्रिया से उपजी “घरेलू” परिस्थितियों पर निर्भर करेंगी, इसीलिए अभी तक कोई तारीख तय नहीं पाई है.
नई दिल्ली में अमेरिकी दूतावास ने ट्रंप की भारत यात्रा को लेकर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया और कहा कि रिपोर्टर द्वारा मांगी गई जानकारी के संदर्भ में व्हाइट हाउस को लिखा गया है.
सरकार के एक सूत्र ने बताया, “भारत और अमेरिका एक उचित और आपसी तौर पर सुविधाजनक समय में अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप की यात्रा के लिए चर्चा कर रहे थे.”
अगर अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप भारत आते हैं तो यह उनकी पहली भारत यात्रा होगी. हालांकि ऐसी अटकलें हैं कि यह यात्रा भारत-अमेरिका व्यापार समझौते का महत्वपूर्ण मार्ग प्रशस्त कर सकता है, लेकिन इस आशय की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है.
यह यात्रा ऐसे समय में होगी जब प्रधानमंत्री मोदी नागरिकता (संशोधन) अधिनियम, एनआरसी और कश्मीर के फैसले को लेकर देश में तीखे विरोध का सामना कर रहे हैं.
अमेरिका ने हाल ही में कश्मीर में जारी राजनीतिक की आलोचना की थी. अमेरिका की दक्षिण एशिया मामलों की कार्यवाहक सहायक सचिव ऐलिस वेल्स ने 12 जनवरी को ट्वीट किया कि वे कश्मीर में विदेशी राजनयिकों के दौरे पर "बारीकी से निगाह" रख रही थीं. उन्होंने इसे एक "जरूरी कदम" बताया.
एलिस वेल्स ने लिखा, "हम राजनीतिक नेताओं, वहां के निवासियों और इंटरनेट प्रतिबंधों को लेकर चिंतित हैं. हम सामान्य स्थिति के बहाल होने का इंतजार कर रहे हैं."
अमेरिका में चुनाव के दौरान ट्रंप के लिए यह यात्रा बेहद महत्वपूर्ण होगी क्योंकि वे इस यात्रा के जरिये से अमेरिका में भारतीय समुदाय का समर्थन प्राप्त करना चाहेंगे.