
सीतारमन ने कहा कि भारत ने अमेरिका की नई वीजा नीति पर बात की थी, लेकिन अमेरिकी प्रशासन से कहा गया है कि इसमें कोई महत्वपूर्ण बदलाव नहीं किया गया है. उनके अनुसार 2017 में नई नीति से कोई फर्क नहीं पड़ेगा, अभी उनका ध्यान अवैध अप्रवासियों पर है.
सीतारमन ने कहा कि भारत ने वीजा के मुद्दे पर अपनी सभी चिंताओं को व्यक्त किया है. भारत ने 2016 कॉमर्स डॉयलाग और 2016 ट्रे़ड पॉलिसी के दौरान यह सभी बातें कहीं थी. भारत आगे भी इन सभी मुद्दों को अमेरिका के सामने उठाता रहेगा. उन्होंने कहा कि कई कंपनियों ने इस मुद्दे से जुड़ी समस्याों को हमारे सामने रखा था, जिसके बाद हमनें सभी परेशानियों को अमेरिका के सामने रख दिया है.
क्या है एच1बी में दिक्कत
अमेरिकी कंपनियों पर हमेशा आरोप लगता रहा है कि वह एच1बी वीजा का गलत इस्तेमाल करते हुए दूसरे देशों से सस्ते इमीग्रेशन कराती है. कॉस्ट कटिंग के लिए ज्यादातर नौकरियों को एच1बी वीजा से लाए जाने वाले विदेशियों के हवाले किया जा रहा है.