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दलित प्रधान हत्या: आजमगढ़ सर्किट हाउस छावनी में तब्दील, कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल नजरबंद

उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ में दलित पूर्व ग्राम प्रधान सत्यमेव जयते की हत्या का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल आज सत्यमेव जयते के परिवार से मिलने जा रहा था, लेकिन उन्हें नजरबंद कर दिया गया है.

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नीलांशु शुक्ला
  • लखनऊ,
  • 20 अगस्त 2020,
  • अपडेटेड 11:25 AM IST

उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ में दलित पूर्व ग्राम प्रधान सत्यमेव जयते की हत्या का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल आज सत्यमेव जयते के परिवार से मिलने जा रहा था, लेकिन उन्हें रोक दिया है. सर्किट हाउस के अंदर कांग्रेस के बड़े नेताओं को नजरबंद कर दिया गया है.

कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता पीएल पुनिया, प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नितिन राउत को जिला प्रशासन ने गांव में जाने पर रोक दिया है. सभी बड़े नेताओं को सर्किट हाउस में एक तरह से नजरबंद कर रखा है. किसी कार्यकर्ता को भी बड़े नेताओं से मिलने की इजाजत नहीं है.

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साथ ही मीडिया को भी अंदर जाने पर रोक लगा दी गई है. कांग्रेस के जिला अध्यक्ष ने पीएल पुनिया, अजय कुमार लल्लू और नितिन राउत को नजरबंद किए जाने की पुष्टि की है. वहीं, जिला प्रशासन के आला अधिकारी अभी कैमरे के सामने कुछ भी बोलने से बच रहे हैं.

गौरतलब है कि बीते दिनों दलित प्रधान सत्यमेव जयते उर्फ पप्पू राम की उत्तरप्रदेश के आजमगढ़ जिले के बांसगांव गांव में तीन मोटरसाइकिल सवार लोगों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. कथित तौर पर एक उच्च जाति के आरोपी द्वारा उसे मार दिया गया क्योंकि उसने सामाजिक न्याय की वकालत की थी.

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