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प्रियंका गांधी को मिला बाल संरक्षण आयोग का नोटिस, फेसबुक पोस्ट हटाने को कहा

नोटिस में साफ-साफ कहा गया है कि बच्चियों को भ्रामक पोस्ट से मानसिक आघात पहुंचा है. नोटिस में आगे प्रियंका गांधी से कहा गया है कि इस पोस्ट को 3 दिनों के अंदर हटाएं अन्यथा आयोग कार्रवाई की सिफारिश करेगा.

प्रियंका गांधी ने उठाया था कानपुर बालिका गृह का मुद्दा (फाइल फोटो: PTI) प्रियंका गांधी ने उठाया था कानपुर बालिका गृह का मुद्दा (फाइल फोटो: PTI)
कुमार अभिषेक
  • लखनऊ,
  • 25 जून 2020,
  • अपडेटेड 9:45 PM IST

  • उत्तर प्रदेश बाल संरक्षण आयोग ने भेजा प्रियंका गांधी को नोटिस
  • नोटिस में तीन दिन के भीतर फेसबुक पोस्ट हटाने के लिए कहा है

उत्तर प्रदेश बाल संरक्षण आयोग ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को नोटिस भेजा है. बताया जा रहा है कि प्रियंका गांधी को यह नोटिस कानपुर शेल्टर होम मामले से जुड़ी उनकी एक फेसबुक पोस्ट के लिए भेजा गया है. बता दें कि कानपुर के सरकारी बालिका गृह में 57 लड़कियां कोरोना पॉजिटिव पाई गई थी. इन लड़कियों में कुछ लड़कियां ऐसी भी थीं जो गर्भवती मिलीं. जबकि एक लड़की में एचआईवी और एक में हेपेटाइटिस सी का भी संक्रमण मिला था.

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जानकारी के मुताबिक प्रियंका गांधी के फेसबुक पोस्ट पर, जिसमें उन्होंने कानपुर शेल्टर होम में नाबालिग लड़कियों के गर्भवती होने और खासकर एचआईवी और हेपेटाइटिस सी के संक्रमित होने की बात कही थी, यह नोटिस जारी किया गया है. आयोग ने प्रियंका के फेसबुक पोस्ट को इस मामले का भ्रामक पोस्ट मानते हुए यह नोटिस उन्हें भेजा है.

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नोटिस में साफ-साफ कहा गया है कि बच्चियों को भ्रामक पोस्ट से मानसिक आघात पहुंचा है. नोटिस में आगे प्रियंका गांधी से कहा गया है कि इस पोस्ट को 3 दिनों के अंदर हटाएं अन्यथा आयोग कार्रवाई की सिफारिश करेगा.

प्रियंका गांधी का फेसबुक पोस्ट

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तय सीमा से ज्यादा थीं लड़कियां

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आपको बता दें कि 18 जून को एक साथ 33 लड़कियों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी. 19 जून को 16 और संवासिनियों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई. 20 जून की रात जांच रिपोर्ट में 8 और कोरोना पॉजिटिव केस सामने आए. संवासिनी गृह में 12 वर्ष से लेकर 34 साल तक की महिलाएं रहती हैं.

पॉक्सो समेत रेप के दूसरे मामलों में पीड़िता लड़कियां प्रदेश के अलग- अलग हिस्सों से कोर्ट के आदेश पर वहां लाई गई थीं. यह बात भी सामने आई कि बालिका गृह में तय सीमा से ज्यादा लड़कियां रह रही थीं, जिसकी वजह से संक्रमण की तादाद बहुत ज्यादा हो गई.

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