
उत्तर प्रदेश के महाराजगंज में जिला अस्पताल स्थित पोस्टमॉर्टम हाउस पर लोगों ने वसूली का आरोप लगाया. एक मृतक के गुस्साए परिजनों ने रास्ता जामकर कर दिया और हंगामा करने लगे. मौके पर पहुंचे कलेक्ट्रेट चौकी इंचार्ज ने परिजनों को समझा-बुझाकर किसी तरह जाम खुलवाया.
शुक्रवार देर रात घुघली कस्बा स्थित पेट्रोल पंप के पास ट्रैक्टर की चपेट में आने से कोठीभार क्षेत्र के सोहट गांव निवासी छोटेलाल मद्देशिया की मौत हो गई. पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया. शनिवार को पोस्टमॉर्टम हाउस पहुंचे परिजनों ने आरोप लगाया कि उनसे पोस्टमॉर्टम में शव का नंबर लगाने के लिए पहले 200 रुपये और 6 सीसी शराब की मांग की गई जिसको उन्होंने पूरा किया. फिर शव की सिलाई के लिए 1500 मांगे गए जिस पर बात बिगड़ गई और परिजन हंगामा करने लगे.
20 मिनट तक रुका रहा रास्ता
जिला अस्पताल पहुंचे परिजनों ने शनिवार को पहले 200 रुपये और 6 सीसी शराब देकर शव के पोस्टमॉर्टम के लिए नंबर लगवाया. फिर जब उनसे शव की सिलाई के नाम 1500 रुपये मांगे गए तो परिजन भड़क गए और हाइवे को जामकर हंगामा करने लगे. करीब 20 मिनट तक रास्ता बाधित रहा. सूचना पाकर मौके पर पहुंचे कलेक्ट्रेट चौकी इंचार्ज ने समझा-बुझाकर किसी तरह जाम खुलवाया.
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गौरतलब है कि पोस्टमॉर्टम हाउस कर्मियों पर अवैध वसूली के आरोप नए नहीं हैं. इसके पहले भी पोस्टमॉर्टम के नाम पर अवैध वसूली के आरोप लगते आए हैं. पहले पोस्टमॉर्टम कराने के लिए बाकायदा रकम तय की जाती है और जो ज्यादा रकम देता है उसी के शवों की पोस्टमॉर्टम डॉक्टर आने पर पहले कराया जाता है. दुख की घड़ी में पोस्टमॉर्टम हाउस पहुंचे लोग कर्मियों के मुंह नहीं लगना चाहते और मुंह मांगी रकम देकर पोस्टमॉर्टम कराने में ही अपनी भलाई समझते हैं.
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वहीं, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अशोक कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि पोस्टमॉर्टम हाउस में अवैध वसूली के संबंध में अगर शिकायत मिलती है, तो जांच कर कार्रवाई की जाएगी.