
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का कहना है कि उनकी सरकार लखनऊ की सांस्कृतिक विरासत और ऐतिहासिक इमारतों को संरक्षित करने के लिए हरसंभव कोशिश करेगी, जिससे प्रदेश की संस्कृति को बचाया जा सके.
लखनऊ में पुरानी इमारतों के संरक्षण और उनकी खोई हुई सुंदरता को वापस लाने के लिए दो दिवसीय कार्यशाला की आज शुरुआत हुई. कार्यशाला में बतौर मुख्यअतिथि शामिल हुए मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि यहां आए हुआ एक्सपर्ट्स के अनुभवों का हम फायदा उठाएंगे.
उन्होंने कहा कि मुझे पूरा भरोसा है कि हमारे अधिकारी कार्यशाला में आए हुए एक्सपर्ट्स के अनुभवों का फायदा उठाकर लखनऊ की पुरानी इमारतों की खूबसूरती वापस ला सकेंगे. उम्मीद जताते हुए उन्होंने कहा कि इस तरह से हम लोग अपनी पूरी संस्कृति को बचा सकेंगे और जो इतिहास है, उसे वापस लोगों को दिखा सकेंगे.
उन्होंने कहा कि जब भी वो प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत और यहां के ऐतिहासिक जगहों के प्रचार के लिए कोई कदम उठाते हैं, तो उसका विरोध शुरू हो जाता है. लखनऊ और आसपास के इलाकों में शूट हुई फिल्म डेढ़ इश्कियां को जब उनकी सरकार ने ग्रांट दी तो, इसका इतना विरोध हुआ कि फिल्म के कलाकार लखनऊ वापस नहीं आएं.