
पिछले साल उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गरीब परिवारों की बेटियों के लिए जिस मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना का ऐलान किया था, अधीनस्थों ने उसे ही भ्रष्टाचार का शिकार बना दिया है. योजना के तहत दुल्हनों को जो गहने दिए जा रहे हैं वह नकली निकल रहे हैं. हमीरपुर जिले में बुधवार को ऐसे ही मामले सामने आये, जिसमें पिछले दिनों हुए शादी समारोह में दुल्हनों को दिए गए चांदी के गहने नकली होने की पुष्टि की गयी.
शिकायत आने के बाद जिलाधिकारी आर. पी. पाण्डेय ने जाँच के आदेश दे दिए हैं
जिले के सुमेरपुर की नवीन गल्ला मंडी परिसर पर ग्यारह दिन पहले मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत 63 जोड़ों की शादी कराई गई थी. शादी समारोह में योगी सरकार के श्रम एवं सेवायोजन राज्य मंत्री मनोहर लाल पंथ, सांसद पुष्पेन्द्र सिंह चंदेल, सदर विधायक अशोक सिंह चंदेल ने वर-वधू को आशीर्वाद दिया था. कार्यक्रम में जिलाधिकारी आर. पी. पाण्डेय, पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार पी, सीडीओ रामनेवाज, जिला समाज कल्याण अधिकारी महिमा मिश्रा सहित अन्य अधिकारी शामिल हुए थे.
नकली पायल लेकर शिकायत करने पहुंची हिमांशी
मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह समारोह में हमीरपुर की हिमांशी और राहुल की शादी करायी गयी थी. मंडप में प्रशासन की ओर से दुल्हन को उपहार दिया गया था. इस जोड़े को नगर पंचायत सुमेरपुर ने चयनित किया था. इस दम्पति ने खंड विकास सुमेरपुर के कार्यालय में जाकर खंड विकास अधिकारी (बीडीओ) को शादी में नकली पायल दिये जाने की शिकायत की थी. उसने जिलाधिकारी को भी इस मामले की शिकायत कर आरोप लगाया कि उसे जो चांदी की पायल दी गयी है वह नकली है. एक नहीं, दो सुनारों ने पुष्टि की है कि यह पायल गिलट की है.
डीएम ने जांच के लिए बनाई कमिटी
इस मामले को लेकर जिलाधिकारी आर. पी. पाण्डेय ने बुधवार को बताया कि एसडीएम सदर के नेतृत्व में एक कमिटी बनायी गयी है जिसमें मनरेगा प्रभारी महेन्द्र देव और जिला कृषि अधिकारी डा.सरस तिवारी नामित किए गए हैं. जांच कमेटी के अध्यक्ष एसडीएम सदर राहुल यादव ने दुल्हन हिमांशी को बुलवाकर इस मामले की जांच भी शुरू कर दी है.
राठ में भी नकली पायल और बिछिया लेकर एसडीएम के पास पहुंची दुल्हनें
जिले के राठ कस्बे से आठ जोड़ों का चयन मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के लिये किया गया था. बुधवार को राठ कस्बे के सिकन्दरपुरा मुहाल की जाहर सिंह की पुत्री निधि व सर्वेश की पुत्री रागिनी ने पायल और बिछिया लेकर एसडीएम एस. के. मिश्रा के पास पहुंची और शिकायत करते हुये इन दोनों ने बताया कि उन्हें मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में ये जेवर नकली दिये गये है. सुनारों को दिखाने पर पायल और बिछिया को गिलट बताया गया है. इन दुल्हनों ने बताया कि चांदी की पायल व बिछिया मुलायम होती है जबकि उन्हें जो मिली है वह कठोर है. दुल्हनों ने मंगलसूत्र पर भी प्रश्न चिन्ह लगाया है. उनका कहना है कि प्रशासन के जरिये दिये गये मंगलसूत्र में भी तो मिलावटी नहीं है. एसडीएम ने बताया कि मामले की जांच करायी जा रही है.
वर -वधु को सरकार दे रही यह सौगात
मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना की पात्र कन्या को सरकार द्वारा एक मोबाइल फोन और 35 हजार रुपए दिए जाएंगे. इनमें से 20 हजार रुपए सीधे लाभार्थी कन्या के खाते में जाएंगे. 10 हजार रुपए से लडक़ी के लिए कपड़े, चांदी की पायल, बिछिया और सात बर्तन दिए जाएंगे. इसके अलावा पांच हजार रुपए बाराती और जनातियों के भोजन पर खर्च होंगे.
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