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कहते हैं जब दीया बुझने वाला होता है, तो जोर से फड़फड़ाता है. आईएसआईएस की हालत इन दिनों कुछ ऐसी है. अपने ही घर में बुरी तरह घिर चुके आईएसआईएस के लड़ाके बेमौत मारे जा रहे हैं. उसके कब्जे वाली 40 फीसदी जमीन छिन चुकी है और बगदादी के सिर पर मौत नाच रही है. ऐसे में अपने ढहते किलों को बचाने और दुनिया को अपनी मौजूदगी का अहसास दिलाने के लिए इस आतंकवादी संगठन ने एक बार फिर से वही पुरानी चाल चली है. चाल, बेगुनाहों के कत्ल के खौफनाक वीडियो से दुनिया को डराने की.
आईएसआईएस अब अपने ही गढ़ में बुरी तरह घिर चुका है. दुनिया के 50 से ज्यादा मुल्कों की ओर से रचे गए चक्रव्यूह में फंसकर अब वही जल्लाद बेमौत मारे जाने लगे हैं, जो कल तक बेगुनाहों को मौत बांटते घूम रहे थे. लेकिन बगदादी और उसके गुर्गों ने अपनी उल्टी गिनती शुरू होते ही एक बार फिर से अपने जहरीले दातों की नुमाइश की है. दांत दहशत के. और दांत दहशत से बनाए गए प्रोपेगैंडा वीडियोज के.
बगदादी को भी सताने लगा है मौत का डर
कहीं बड़ी सी कटार लिए कोई आतंकवादी किसी निहत्थे का सिर धड़ से अलग कर रहा है, तो कहीं किसी बेगुनाह को घुटनों के बल लिटा कर उसके सिर में करीब से गोली मारी जा रही है. और कहीं बमों से लदी पूरी की पूरी गाड़ी बंधकों समेत उड़ा दी जाती है. कुछ ऐसी ही तस्वीरों के समेटे अपने इस प्रोपेगैंडा वीडियो के जरिए इन आतंकवादियों ने जैसे दुनिया को नए सिरे से चुनौती दी है. लेकिन जानकारों की मानें तो ये वीडियो चुनौती कम, बल्कि हार से पैदा हुई खीझ ज्यादा है. क्योंकि हकीकत यही है कि चौतरफा हमले से घिरे आईएसआईएस के आतंकवादियों की तादाद अब अपने शुरुआती दिनों से भी कम रह गई है और विरोधी फौजें उसके कब्जेवाली 40 फीसदी जमीन से उसे पीछे धकेल चुकी है यानी दोबारा उन इलाकों पर कब्जा हासिल कर चुकी है. ऐसे में गुर्गों और रंगरूटों की बात तो दूर खुद आतंक के आका बगदादी को भी अपने पकड़े या मारे जाने का खतरा सताने लगा है.
बेरहमी से लोगों का कत्ल कर रहे हैं आतंकी
वैसे तो आईएसआईएस के इस नए वीडियो को शूट किए की कोई तारीख सामने नहीं आई है. लेकिन जानकारों का दावा है कि ये तस्वीरें इराक के अनबार प्रोविंस इलाके की हैं, जहां अभी आईएसआईएस राज कायम है. और इसी अनबार प्रोविंस में इराकी फौजियों, सरकारी मुलाजिमों और जासूसी के शक में बेगुनाहों को मौत के घाट उतारने की तस्वीरें फिल्माई गई हैं. एक तस्वीर में आईएसआईएस का एक जल्लाद हाथ में बड़ी सी कटार लिए नारंगी रंग के जंपसूट पहने एक शख्स का सिर काटता हुआ दिखाई दे रहा है, जबकि दो अलग-अलग तस्वीरों में आतंकवादी लोगों को सिर में पीछे से गोली मारते हुए नजर आ रहे हैं. और इन तस्वीरों आईएसआईएस का ही एक दूसरा आतंकवादी अपने संगठन का झंडा लिए खड़ा नजर आ रहा है. इनमें नारंगी जंपसूट वाले शख्स पर जहां जासूसी का इल्जाम है, वहीं जिन दो लोगों को सिर में गोली मारी जा रही है, उनमें एक इराक का सरकारी मुलाजिम है.
ये है आईएसआईएस के हार की निशानी
इन तस्वीरों में सबसे दर्दनाक वो तस्वीर है, जिसमें सादे लिबास में एक फौजी जमीन पर लेटा-लेटा आतंकवादियों से अपनी जान बख्श देने की भीख मांग रहा है. दरअसल, इस वीडियो में आतंकवादी बंदूक लिए उसके पीछे-पीछे चलते नजर आ रहे हैं, जबकि फौजी खौफ के मारे जमीन पर बच्चों की तरह रेंगने को मजबूर है. और इसी हाल में रेंगते-रेंगते वो आतंकवादियों से दुहाई दे रहा है. लेकिन ये बात तो बहुत पहले ही साफ हो चुकी इन सिरफिरों की डिक्शनरी में रहम नाम का कोई लफ्ज ही नहीं. और इसी लिए इस फौजी की भी आखिरकार जान ले ली जाती है. लेकिन जानकारों का दावा है कि ये आईएसआईएस के हार की निशानी है.
ISIS की उलटी गिनती शुरू
आईएसआईएस के खिलाफ जारी जंग में मित्र देशों की अगुवाई कर रहे अमेरिका ने कहा है कि कुर्दिश फाइटरों और इराकी फौजों ने आईएसआईएस के आतंकवादियों को तिकरित और रमादी जैसे शहरों में काफी पीछे धकेल दिया है. और इन इलाकों में उनकी कमर पूरी तरह टूट चुकी है. खास बात ये है कि आठ साल चले खाड़ी युद्ध के बाद अमेरिका ने 2011 में अमेरिका से अपनी फौज हटा ली थी, लेकिन अब उसने फिर से आतंकवादियों के सफाए के लिए नए सिरे से 3870 फौजियों के मैदान में उतारा है और दावा किया है कि अब आईएसआईएस के दिन गिनती के रह गए हैं.