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अनुच्छेद 370 के पीछे थी नेहरू और शेख अब्दुल्ला की दोस्ती: वसुंधरा राजे

राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसुंधरा राजे सिंधिया ने अब अनुच्छेद 370 पर बयान दिया है. साथ ही राजे ने पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू और शेख अब्दुल्ला की दोस्ती को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया है.

वसुंधरा राजे सिंधिया (फाइल फोटो) वसुंधरा राजे सिंधिया (फाइल फोटो)
रवीश पाल सिंह
  • भोपाल,
  • 28 सितंबर 2019,
  • अपडेटेड 2:58 AM IST

  • वसुंधरा राजे ने अनुच्छेद 370 पर जनजागरण अभियान के तहत किया संबोधित
  • जवाहरलाल नेहरू और शेख अब्दुल्ला की दोस्ती को ठहराया जिम्मेदार

राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी (BJP) की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसुंधरा राजे सिंधिया ने अब अनुच्छेद 370 पर बयान दिया है. साथ ही राजे ने पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू और शेख अब्दुल्ला की दोस्ती को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया है.

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शुक्रवार को मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में वसुंधरा राजे सिंधिया ने अनुच्छेद 370 और 35ए के बारे में जनजागरण अभियान के तहत आयोजित प्रबुद्धजन सम्मेलन को संबोधित किया. राजे ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, '1991 में जब हम एकता यात्रा के लिए कश्मीर गए, तो हमें कड़ी सुरक्षा में श्रीनगर ले जाया गया. रात भर वहां गोलियां चलती रहीं. हम अपनी मर्जी से कहीं नहीं जा सकते थे. ये हाल थे हमारे उस कश्मीर के जिसे हम भारत का अभिन्न अंग कहते रहे हैं.

वसुंधरा राजे ने आगे कहा, 'इसकी वजह अनुच्छेद 370 थी. जिसे पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने सिर्फ शेख अब्दुल्ला से अपनी दोस्ती निभाने के लिए लागू कर दिया था. लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने अनुच्छेद 370 और 35ए को हटाकर उस सपने को साकार कर दिया है, जिसे डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी से लेकर जनसंघ और बीजेपी का हर कार्यकर्ता दशकों से देखता रहा है'.

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वसुंधरा राजे सिंधिया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए कहा, 'हम ये नारा जरूर लगाते थे कि ‘कश्मीर से कन्याकुमारी तक भारत एक है’, लेकिन मन में कुछ अधूरा सा लगता था. अब प्रधानमंत्री मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ने दृढ़ इच्छाशक्ति से डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के अखंड भारत के सपने को साकार कर दिया है. इससे भ्रष्टाचार पर भी लगाम लगेगी क्योंकि अनुच्छेद 370 के कारण कश्मीर में केंद्र सरकार का वित्तीय अनुशासन लागू नहीं होता था, कानून लागू नहीं होते थे.'

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