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गोयल बोले- दिल्ली में सांस लेना मुश्किल और केजरीवाल चैन से सो रहे

गोयल ने आरोप लगाया कि इस सीजन में हर साल प्रदूषण की ऐसी स्थिति पैदा होती है लेकिन दिल्ली की सरकार कुछ नहीं करती.

विरोध प्रदर्शन करते वियज गोयल (फोटो-अंकित यादव) विरोध प्रदर्शन करते वियज गोयल (फोटो-अंकित यादव)
रविकांत सिंह/अंकित यादव
  • नई दिल्ली,
  • 02 नवंबर 2018,
  • अपडेटेड 12:13 AM IST

दिल्ली में संसद मार्ग पर केंद्रीय मंत्री विजय गोयल ने शुक्रवार को प्रदूषण के मुद्दे पर केजरीवाल सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया. विरोध प्रदर्शन में उनके साथ आम आदमी पार्टी के विधायक कपिल मिश्रा भी साथ थे.

प्रदर्शन के दौरान विजय गोयल ने कहा कि दिल्ली में सांस लेना मुश्किल हो गया लेकिन मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अभी भी चैन की नींद सो रहे हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदूषण की वजह से लोग दिल्ली छोड़कर जा रहे हैं. कई लोगों ने अपनी नौकरी से इस्तीफा दे दिया है और वह वापस अपने गांव की ओर लौट गए हैं. गोयल ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अपनी जिम्मेदारियों से बचते रहे. हर साल इस सीजन में दिल्ली प्रदूषित होती है, इसके बावजूद वो कोई कदम नहीं उठाते.

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गोयल के साथ विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लेने आए आम आदमी पार्टी के विधायक कपिल मिश्रा ने कहा कि दिल्ली में 96 फीसदी प्रदूषण के लिए दिल्ली सरकार जिम्मेदार है, बाकी के चार प्रतिशत के पीछे अन्य कारण हो सकते हैं. वहीं बीजेपी दिल्ली के उपाध्यक्ष और पार्षद जयप्रकाश ने कहा कि एमसीडी अपने स्तर से प्रदूषण रोकने के लिए कार्रवाई कर रही है.

इस मसले पर गुरुवार को केंद्रीय पर्यावरण मंत्री हर्षवर्धन ने बैठक बुलाई लेकिन इस बैठक में सिर्फ दिल्ली के पर्यावरण मंत्री ही पहुंचे. बैठक में दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब और राजस्थान के पर्यावरण मंत्रियों को बुलाया गया था. हर्षवर्धन ने कहा कि दिल्ली के अलावा बाकी राज्यों के मंत्री नहीं आए, हम उन राज्यों के अधिकारियों के साथ बात कर रहे हैं.

हर्षवर्धन ने लोगों से अपील की है कि इस दीपावली कम प्रदूषण फैलाने वाले पटाखों का इस्तेमाल करें. अगले 10 दिन प्रदूषण में राहत मिलती नहीं दिखाई पड़ती. उन्होंने कहा कि हम उम्मीद करते हैं कि हर कोई अपने-अपने स्तर पर मदद करे. दिल्ली में सड़कों पर धूल की सफाई के लिए 40 से ज्यादा मैकेनाइज्ड मशीनों का इस्तेमाल करके सफाई की जा रही है. आम जनता को भी इसमें सहभागी होना पड़ेगा.

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