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पढ़ें, विजय माल्या को भारत भेजने के आदेश में क्या कहा लंदन कोर्ट ने

ब्रिटेन की अदालत ने जिरह के दौरान माना कि मुंबई स्थित आर्थर रोड जेल में माल्या की सुरक्षा को लेकर कोई खतरा नहीं है.

विजय माल्या (फाइल फोटो-रॉयटर्स) विजय माल्या (फाइल फोटो-रॉयटर्स)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 10 दिसंबर 2018,
  • अपडेटेड 11:40 PM IST

ब्रिटेन की एक अदालत ने कहा है कि यह मानने के लिए ‘कोई आधार नहीं है’ कि मुंबई की आर्थर रोड जेल में शराब कारोबारी विजय माल्या को किसी तरह का खतरा है.

भारत के शराब कारोबारी माल्या की इस शिकायत को ब्रिटेन की अदालत ने खारिज कर दिया जिसमें माल्या ने कहा था कि मुंबई की जेल सुरक्षा के लिहाज से ठीक नहीं है. किंगफिशर एयरलाइन के 62 साल के पूर्व प्रमुख के लिए जेल अधिकारियों ने उच्च सुरक्षा वाली एक सेल तैयार कर रखी है.

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द वेस्टमिंस्टर की मुख्य मजिस्ट्रेट जज एम्मा आरबिथनॉट ने माल्या के प्रत्यर्पण का आदेश दिया. इससे भारत की उन कोशिशों को मजबूती मिली है, जिसके तहत इस भगोड़े अपराधी को 9000 करोड़ रुपए के मनी लॉन्ड्रिंग मामले में देश वापस लाने की कोशिश की जा रही थी. मानवाधिकारोंके आधार पर प्रत्यर्पण रोकने के लिए जेल की हालत के बारे में माल्या की दलील को कोर्ट ने खारिज कर दिया.

कोर्ट ने कहा कि मुंबई के आर्थर रोड जेल के बैरक संख्या 12 का वीडियो दिखाता है कि उसे फिर से सजाया संवारा गया है. गौरतलब है कि माल्या को वापस लाए जाने के बाद आर्थर रोड के इसी बैरक में रखा जाएगा. जज ने कहा, ‘माल्या को उसके डायबिटीज और आंखों की दिक्कतों के लिए डॉक्टरी देखभाल की सुविधा मिलेगी. इस बात का कोई आधार नहीं है कि उसे वहां (जेल में) किसी प्रकार का खतरा है.’

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जज ने फैसला सुनाते हुए यह भी कहा कि उसके (माल्या) खिलाफ झूठे मामले चलाए जाने के भी कोई संकेत नहीं मिले हैं.’ जज ने कहा कि सबूतों के आधार पर पूरी तरह विचार करने के बाद इस मामले में जवाब देना बनता है. इसके बाद उन्होंने यह फैसला दिया कि माल्या के खिलाफ सीबीआईऔर ईडी की ओर से लगाए गए आरोपों की सुनवाई के लिए उसे भारत भेजा जा सकता है.

बैंकों से 9000 करोड़ की धोखाधड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों में माल्या भारत में वांछित है. प्रत्यर्पण वारंट के बाद पिछले साल अप्रैल में उसे गिरफ्तार कर लिया गया था और तब से वह जमानत पर है. 

दूसरी ओर मुंबई में एक जेल अधिकारी ने बताया कि प्रत्यर्पण के बाद माल्या को उच्च सुरक्षा वाले बैरक में रखा जाएगा. यह बैरक जेल कंपाउंड में दो मंजिली इमारत है. इसी बैरक में 26/11 के हमले के आतंकवादी मोहम्मद अजमल कसाब को रखा गया था. गृह मंत्रालय के एक अधिकारीने इससे पहले कहा था कि मुंबई का आर्थर रोड कारागार देश में सबसे बेहतर है.

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