
विजय माल्या को लंदन में अरेस्ट किया गया. गौरतलब है कि माल्या पर बैंकों से लिया कर्ज और उस पर लगे ब्याज के 9091 करोड़ रुपए लेकर देश से चले जाने का आरोप है. लंदन में विजय माल्या की गिरफ्तारी के बाद क्या अब अगला नंबर ललित मोदी का तो नहीं है?
हालांकि बाद में माल्या को वेस्टमिंस्टर कोर्ट से जमानत मिल गई.
माल्या और मोदी दोनों लंदन में
आपको बता दें कि माल्या की ही तरह ललित मोदी भी लंदन में हैं. मोदी पर आईपीएल में करप्शन और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप हैं. वहीं दोनों पर आर्थिक अपराध के मामले चल रहे हैं. 2010 से आज तक मोदी के खिलाफ इंटरपोल से रेड कॉर्नर नोटिस अब तक जारी नहीं हो पाया है. इंटरपोल की ईडी के साथ इसके लिए कई बार मीटिंग हो चुकी है. दरअसल रेड कॉर्नर नोटिस इसलिए जारी होता है, ताकि किसी भी देश में आरोपी व्यक्ति की लोकेशन पता कर उसे अरेस्ट किया जा सके. इस नोटिस पर गिरफ्तारी होने के बाद आरोपी के प्रत्यर्पण की प्रॉसेस शुरू होती है.
सुषमा स्वराज पर लग चुके हैं मदद के आरोप
मोदी की वापसी की कोशिशों में अब तक सरकार को कामयाबी नहीं मिली है. यहीं नहीं इस मुद्दे पर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मोदी की मदद करने के आरोप लग चुके हैं. लेकिन अब माल्या की गिरफ्तारी के बाद से अब यह उम्मीद जगी है सरकार माल्या और मोदी वापस ला पाएगी. वित्त राज्यमंत्री संतोष गंगवार का कहना है कि कानून अपना काम करेगा. वहीं किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा.