
निदहास ट्रॉफी के फाइनल में रविवार रात भारत ने रोमांचक मुकाबले में बांग्लादेश को 4 विकेट से मात दे दी. इस मैच के हीरो दिनेश कार्तिक रहे, जिन्होंने आखिरी गेंद पर छक्का जड़कर टीम इंडिया को लगभग अविश्वसनीय लग रही जीत दिलाई.
कार्तिक अगर इस मैच के हीरो रहे तो एक भारतीय खिलाड़ी ऐसे भी थे, जिनकी वजह से एक बार मैच फंसता नजर आ रहा था. यह खिलाड़ी थे विजय शंकर, जिनके पास अंतरराष्ट्रीय टी-20 मैचों का कम अनुभव है. आपको बता दें कि विजय शंकर ने इसी सीरीज में अंतरराष्ट्रीय टी-20 मैचों में पदार्पण किया, लेकिन उन्हें चार मैचों में बल्लेबाजी का मौका नहीं मिला. पांचवें और सबसे अहम मैच में वह दबाव में आ गए.
दबाव में आ गया था यह खिलाड़ी
विजय शंकर ने 19 गेंदों में 3 चौकों की मदद से 17 रन बनाए. जब टीम को तेजी से रन बनाने की जरूरत थी, वह बड़ा शॉट खेलने के चक्कर में कैच आउट हो गए. उन्हें सौम्या सरकार ने मेहदी हसन के हाथों कैच आउट करवाया. जब विजय शंकर आउट हुए तो टीम इंडिया को एक गेंद पर पांच रनों की जरूरत थी. वह तो दिनेश कार्तिक ने आखिरी गेंद पर छक्का मारकर भारत को जीत दिला दी, वरना भारत यह मैच हार जाता तो विजय शंकर को इस हार की वजह बताया जाता.
आउट होने से हुआ भला
विजय शंकर ने आउट होने से ठीक पहले एक अच्छा चौका जड़ा, लेकिन वह जरूरी रन रेट को हासिल करने के दबाव में आ गए थे. गेंद उनके बल्ले पर नहीं आ रही थी वह लगातार बीट हो रहे थे. वह तो मैच की पांचवीं गेंद पर कैच आउट हो गए और स्ट्राइक दिनेश कार्तिक को मिल गई. दिनेश कार्तिक ने भी छक्का लगाकर मैच जीतने में कोई कसर नहीं छोड़ी. जिस तरह से विजय शंकर बीट हो रहे थे, अगर आखिरी गेंद पर वह क्रीज पर रहते तो यह मैच बांग्लादेशी टीम भी जीत सकती थी.
विजय शंकर तमिलनाडु के युवा खिलाड़ी हैं. वह आईपीएल में हैदराबाद सनराइजर्स और चेन्नई सुपर किंग्स के लिए खेल चुके हैं और इस बार दिल्ली डेयरडेविल्स के लिए खेलेंगे. विजय शंकर तमिलनाडु की छोटे फॉर्मेट की टीम के कप्तान भी हैं. ऑलराउंडर विजयशंकर दाएं हाथ से बल्लेबाजी करने के अलावा मीडियम पेसर भी हैं.
आईपीएल में खींचा था सबका ध्यान
विजय शंकर को दिल्ली की टीम ने 3.2 करोड़ रुपये में खरीदा है. उनका बेस प्राइस 40 लाख रुपये थे. उन्होंने 45 टी-20 मैचों की 33 पारियों में 3 अर्धशतकों के साथ 589 रन बनाए हैं, इनमें उनका बेस्ट स्कोर 69 रन रहा है.