
मशहूर ब्रिटिश साहित्यकार विलियम शेक्सपीयर के दुखांत नाटकों पर तीन फिल्में बनाने के बाद फिल्म ‘हैदर’ के निर्देशक विशाल भारद्वाज ने अब उनकी हास्य रचनाओं को बड़े पर्दे पर उतारने का मन बनाया है.
49 वर्षीय डायरेक्टर ने सबसे पहले शेक्सपीयर की कृति ‘मैकबेथ’ पर फिल्म ‘मकबूल’ (2003) बनाई. इसके बाद उन्होंने ‘ओथलो’ पर आधारित ‘ओंकारा’ फिल्म बनाई और हाल ही में उन्होंने ‘हैमलेट’ पर आधारित फिल्म ‘हैदर’ का निर्माण किया.
एनएफडीसी (नेशनल फिल्म डेवलपमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया) के फिल्म बाजार से इतर उन्होंने कहा, ‘मैं अपना पूरा जीवन शेक्सपीयर की सदाबहार रचनाओं पर काम करते हुए बिता सकता हूं. मेरी बहुत इच्छा थी कि मैं ‘किंग लियर’ (दुखांत) पर फिल्म बनाऊं लेकिन मैंने ‘हैमलेट’ को चुना. मेरे पास ‘किंग लियर’ को लेकर योजना भी है, हालांकि यदि मैं एक बार फिर शेक्सपीयर की ओर लौटा तो अब मैं उनकी हास्य रचनाओं पर आधारित तीन हास्य फिल्में बनाना चाहूंगा.’
निर्देशक ने कहा कि आज की हास्य फिल्मों के विपरीत उनकी हास्य फिल्में अलग होंगी. उन्होंने कहा, ‘मैं गंभीर हास्य फिल्में करने वाला हूं और मैं इसे गंभीरता से करूंगा. मैं कोई मजाक नहीं कर रहा, क्योंकि मैं इसे पूरी संजीदगी से बनाने वाला हूं.’
- इनपुट भाषा से