
विश्वनाथन आनंद ने दो दिन पहले रैपिड वर्ग में स्वर्ण पदक जीतने के बाद शानदार फॉर्म को जारी रखते हुए विश्व ब्लिट्ज शतरंज चैंपियनिशप में कांस्य पदक अपने नाम किया.
ब्लिट्ज वर्ग में पहले दिन निराशाजनक शुरुआत के बाद उन्होंने अंतिम दिन फ्रांस के मैक्सिम वाचियर लाग्रेव पर जीत दर्ज दर्ज की. पहले दिन उन्हें रूस के इयान नेपोमनियाच्ची से हार का मुंह देखना पड़ा था.
इस जीत की खुशी का इजहार उन्होंने ट्विटर पर किया. उन्होंने सभी को धन्यवाद कहते हुए लिखा- मैं अपने खेल से बहुत खुश हूं. 2018 मुबारक हो! साथ ही उन्होंने अब फैमिली टाइम का जिक्र करते हुए फोटो शेयर किया है. यह भी बताया है कि यह तस्वीर मेरी पत्नी के लिए है. उसने मुझे मेडल संभाल कर लाने को कहा है. यह इसी का यह सबूत है.
नॉर्वे के विश्व क्लासिकल चैंपियन मैग्नस कार्लसन ने फिर खुद को साबित करते हुए अंतिम दिन जीत दर्ज कर इसे जीत लिया. फाइनल दिन से पहले कार्लसन के 11 दौर के बाद सात अंक थे और इस चैंपियन ने अंतिम दिन 10 में से नौ अंक जीतकर कुल 16 अंक जुटा लिये.
आनंद के भी सात अंक थे, लेकिन अंतिम 10 गेम में वह 7.5 अंक जुटा सके जिससे वह रूस के सरगेई कारजाकिन के साथ संयुक्त रूप से दूसरे स्थान पर आ गए. कारजाकिन अंतिम दिन केवल 5.5 अंक ही जुटा सके जिससे उनके कुल अंक आनंद की तरह 14.5 रहे.
आनंद का यह प्रयास शानदार रहा, जो इस महीने के शुरू में लंदन शतरंज क्लासिक में अंतिम स्थान पर रहे थे. 5 बार के क्लासिकल वर्ग के विश्व चैंपियन ने अपने आलोचकों को गलत साबित करते हुए साल का अंत शानदार ढंग से किया.
अन्य भारतीयों में पी हरिकृष्णा और विदित गुजराती ने अच्छा किया दोनों के 12.5 अंक रहे, बी अधिबान ने 11 जबकि सूर्य शेखर गांगुली और एसपी सेतुरमन ने 10 अंक जुटाए.