
दिल्ली में लोगों के साथ करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी करने वाले ठग को पुलिस ने आखिरकार आठ साल बाद गिरफ्तार कर लिया. 56 वर्षीय आरोपी ठग को दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा कई वर्षों से तलाश कर रही थी.
संयुक्त पुलिस आयुक्त (अपराध शाखा) रवीन्द्र यादव ने बताया कि आर्थिक अपराध शाखा के पास दर्ज तीन मामलों में घोषित अपराधी सतीश चौधरी को 18 सितंबर को हरियाणा में सदौरा के निकट गिरफ्तार कर लिया गया.
उन्होंने बताया कि चौधरी और उसके साथियों के खिलाफ 2008 और 2009 के बीच ठगी की कई शिकायतें दर्ज की गई थीं. उन पर आरोप है कि औद्योगिक भूखंडों और फैक्टरियों के फर्जी कागजातों के जरिये इन आरोपियों ने खुद इन संपत्तियों का कर्ज वसूली अधिकरण (डीआरटी) की निलामियों के जरिए वास्तविक खरीदार होने का दावा किया था.
चौधरी उन विवादित बड़ी संपत्तियों को निशाना बनाया करता था जिनके कर्ज भुगतान में चूक की वजह से अदालत ने निस्तारक नियुक्त किए थे, जो संपत्ति को बेचे जाने की कोशिश में रहते थे. आरोपी ऐसे कागजात तैयार कराता था जो असली जान पड़ते थे.
वह लोगों की एक टीम बनाता और इन संपत्तियों के खरीदारों की व्यवस्था करता. इन खरीदारों को वास्तविक स्थानों पर ले जाकर सौदा सही होने को लेकर आश्वस्त किया जाता था. शिकायतकर्ताओं ने चौधरी को करोड़ों रपये का भुगतान किया, लेकिन बाद में संपत्ति के सभी कागजातों को फर्जी पाया गया.