
ऐसा हम सभी के साथ होता है कि हाथ में पेंसिल होने और सामने कागज होने पर हम आड़ी-तिरछी लाइनें गोदने लगते हैं. कई बार इनमें से कुछ मायने निकल आते हैं तो वहीं कई बार ये निरापद से लगते हैं. यहां हम जिस शख्सियत का जिक्र करने जा रहे हैं उस शख्स का नाम निरूपम कोंवर है. यूं ही कागज-पेंसिल से शुरू हुआ उनका प्यार आज इतना आगे चला गया है कि इस कलाकार की पूरी दुनिया मुरीद है.
निरुपम कोंवर के लिए गूगल टाइप करें...
कभी दूसरों की पेंटिंग्स देख कर शुरुआत करने वाले निरुपम कला जगत का एक जाना-माना नाम बन गए हैं. उनकी वाटर कलर वाली पेंटिंग्स ऐसी लगती हैं जैसे उनकी पेंटिंग्स के किरदार निकल कर बाहर आ जाएंगे. अब एक छोटे से शहर से निकल कर आज दुनिया के फलक पर छाने वाले इस कलाकार को कौन नहीं जानता.
उनकी कला में गुवाहाटी है...
अब जो आप भारत के पूर्वोत्तर इलाके की खूबसूरती से वाकिफ हों तो आप गुवाहाटी के जरूर मुरीद होंगे/हो सकते हैं. गुवाहाटी के इर्द-गिर्द के छोटे-बड़े पहाड़. कभी शांत तो कभी हरहराती ब्रम्हपुत्रा उनके म्यूज थे. माता-पिता ने भी उनके इस शौक को आगे बढ़ाने में खास भूमिका निभायी. वे उन्हें लगातार प्रोत्साहित करते रहे. उन्हें आगे और अच्छा करने के लिए आर्ट स्कूल में दाखिल करवाया.
कैनवास पर चित्रकारी से कंप्यूटर एनिमेशन का सफर...
वे यूं ही पेंटिंग्स बनाते रहे और गुवाहाटी यूनिवर्सिटी में बैचलर्स में दाखिला ले लिया. यहां उन्होंने कई प्रदर्शनी लगाई और लोगों तक अपनी धमक पहुंचाई. उन्हें चारों तरफ से कई ऑफर आने लगे. इसी बीच उन्हें कंप्यूटर पर एनिमेशन का काम कर रहे लोगों व कंपनियों की ओर से ऑफर मिले. वे अब कंप्यूटर के स्क्रीन पर भी रंगों से खिलवाड़ करने लगे. वे आज धीरे-धीरे मगर बेहद सधे कदमों से आगे बढ़ रहे हैं और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत का नाम आगे बढ़ा रहे हैं.