
जितने कठिन हालात, उतनी शानदार परफॉर्मेंस..चैंपियंस की इस खासियत को विराट कोहली ने अपनी कप्तानी के डेब्यू मैच में साबित किया.
क्रिकेट इतिहास के चौथे बड़े रन चेज़ को कामयाबी से पूरा करने के बाद कोहली ने बताया कि पिच पर कदम रखने के दौरान उनके दिमाग में क्या चल रहा था.
विपक्षी टीम को देना चाहते थे संदेश
मैच के बाद कोहली का कहना था कि वो विपक्षी टीम को संदेश देना चाहते थे कि 63 रनों पर चार विकेट खोने के बाद भी टीम मैच से बाहर नहीं हुई है.
कोहली के मुताबिक ये साफ था कि टीम महज सिंगल्स के सहारे मैच नहीं जीत सकती थी और इंग्लैंड की टीम को ये बताना जरुरी था कि टीम इंडिया मैच जीतने का माद्दा रखती है.
जाधव की तारीफ
कोहली ने केदार जाधव की भी दिल खोलकर तारीफ की. कैप्टन कोहली का कहना था कि चार विकेट सस्ते में गंवाने के बाद टीम को अच्छी साझेदारी की जरुरत थी और ऐसे वक्त में जाधव ने शानदारी पारी खेली.
कोहली ने कहा कि न्यूजीलैंड सीरीज के दौरान भी जाधव ने बल्ले का हुनर दिखाया था लेकिन नंबर छह पर आकर इस तरह की पारी खेलना आसान नहीं था.
रिकॉर्डतोड़ कोहली
इंग्लैंड के 350 रनों के स्कोर को पछाड़कर टीम इंडिया ने वन-डे क्रिकेट इतिहास के चौथे सबसे बड़े रन चेज को कामयाबी से अंजाम दिया. इससे पहले 350 या इससे ज्यादा स्कोर को सिर्फ छह बार चेज किया जा सका है. इनमें से तीन बार ये कारनामा टीम इंडिया ने किया है.
दिलचस्प बात ये है कि इन तीनों मौकों पर कोहली के बल्ले से सेंचुरी निकली है. कल की पारी के बाद कोहली सबसे तेजी से 27 शतक बनाने वाले बल्लेबाज बन गए हैं. उन्होंने महज 169 पारियों में ये शतक बनाए हैं जबकि उनके पिछले पायदान पर तेंदुलकर को इतने ही शतक बनाने में 254 पारियों तक इंतजार करना पड़ा था.
कोहली ने रन चेज के दौरान 17 शतक बनाने के सचिन तेंदुलकर के रिकॉर्ड की भी बराबरी की है. हालांकि उन्हें तेंदुलकर की 232 पारियों के मुकाबले ऐसा करने में महज 96 पारियों का वक्त लगा.