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सोशल ट्रेड के बाद अब वेब वर्क कंपनी की बारी, फंसा लाखों लोगों का पैसा

सोशल ट्रेड के बाद अब वेब वर्क कंपनी तमाम एजेंसियों के रडार पर है. इस सिलसिले में अब वित्त मंत्रालय की खुफिया इकाई एफआईयू यानी फाइनेंशियल इंटेलिजेंस यूनिट ने जांच शुरू कर दी है.

अनुराग गर्ग, संदेश वर्मा अनुराग गर्ग, संदेश वर्मा
चिराग गोठी
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  • 12 फरवरी 2017,
  • अपडेटेड 2:21 PM IST

सोशल ट्रेड के बाद अब वेब वर्क कंपनी तमाम एजेंसियों के रडार पर है. इस सिलसिले में अब वित्त मंत्रालय की खुफिया इकाई एफआईयू यानी फाइनेंशियल इंटेलिजेंस यूनिट ने जांच शुरू कर दी है. आपको बता दें कि एफआईयू ट्रेरर फाइनेंस, मनी लांड्रिंग के खिलाफ जांच करती है.

आपको बता दें कि शनिवार को बाकायदा वेब वर्क कंपनी के मालिकों संदेश वर्मा और अनुराग गर्ग ने अखबारों में एड देकर कंपनी के बंद होने की सूचना दी थी. इसके बाद से लाखों लोगों का भविष्य अधर में लटक गया है.

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दरअसल, कंपनी के फर्जीवाड़े के खिलाफ दिसंबर महीने में शिकायत दी गई थी. इसके बाद से अब एफआईयू ने जांच शुरू कर दी है. माना जा रहा है कि इस कंपनी ने 4 महीनों में 500 करोड़ रुपए इंवेस्टर से ले लिए. कई लोग तो ऐसे हैं जिन्होंने कई लाख रुपए इस कंपनी में इवेंस्ट किए थे.

सूत्रों की मानें तो वेब वर्क के खिलाफ यूपी एसटीएफ को शिकायतें मिल रही हैं. अब चूंकि पुलिस के एक्शन होने से पहले ही कंपनी के मालिक इसे बंद कर चुके हैं. ऐसे में लाखों लोगों की पेमेंट आना बंद हो गई है. ये कंपनी फिलहाल बिट क्वाइन में पैसे दे रही थी, जो कि अवैध करेंसी है.

माना जा रहा है कि जल्द ही पुलिस इस सिलसिले में एक्शन लेगी. ये भी कहा जा रहा है कि इस सिलसिले में पुलिस जल्द ही एफआईआर भी दर्ज करने जा रही है. ऐसे में लाखों लोगों की जमापूंजी इस वजह से फंस जाएगी.

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