
गुजरात के गांधीनगर में सवर्णों द्वारा दलित पर अत्याचार का मामला सामने आया है. जानकारी के मुताबिक जिले के पारसा गांव में क्षत्रिय समुदाय के लोगों ने प्रशांत सोलंकी नामक दूल्हे को घोड़ी पर चढ़ने से रोक दिया. मौके पर पुलिस के पहुंचने के बाद दूल्हे की बारात निकली. बहरहाल, इस मामले में 10 लोगों पर केस दर्ज किया गया है.
दरअसल, रविवार को घोड़ी पर बैठे प्रशांत सोलंकी की बारात निकल रही थी. यह देख गांव के क्षत्रिय भड़क गए और उन्होंने घोड़ी के मालिक को धमकाना शुरू कर दिया. वहीं धमकी से डरा मालिक घोड़ी लेकर मौके से भाग गया. मामले की जानकारी जब गांव के सरपंच को लगी तो उन्होंने पुलिस को सूचित किया. पुलिस के पहुंचते ही धमकी देने वाले क्षत्रिय यहां से भाग निकले. पुलिस सुरक्षा में करीब 1 से 2 घंटे की देरी के बाद घोड़े पर बैठाकर दूल्हे की बारात निकाली गई.
दूल्हा प्रशांत सोलंकी ने बताया, 'जब मेरी बारात निकल रही थी तभी गांव के कुछ लोग आए और उन्होंने बारात ना निकालने की धमकी दी.' वहीं गांव के दलित महेंद्र रावत के मुताबिक यह पहली बार नहीं है. एक महीने पहले भी यहां दलित की बारात निकली थी तो क्षत्रिय समुदाय के लोगों ने धोड़ी वाले की पिटाई की थी. इसके बाद से ही घोड़ी वाले सहमे हुए हैं.'
बता दें कि इस घटना के ठीक एक दिन पहले ही डीजीपी शिवानंद झा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा था कि वह दलितों को पुरी तरह सुरक्षा मुहैया करवा रहे हैं.